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अमरनाथ यात्रा: घायलों ने बयां किया दर्द, बताया कितना खौफनाक था मंजर
श्रीनगर। सोमवार रात कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादी हमले में सात अमरनाथ तीर्थयात्री मारे गए थे। पुलिस सहित 32 अन्य लोग घायल हो गए, जिसकी निंदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। हमले के बाद घायल टूर ऑपरेटर योगेश प्रजापति, ने बताया कि टायर पंक्चर की वजह से उनके वाहन में देरी हुई थी।
हो गया था टायर पंक्चर
- अंग्रेजी टीवी चैनल इंडिया टुडे के मुताबिक प्रजापति ने कहा कि टायर पंचर की वजह से करीब दो या डेढ़ घंटे इंतजार कर रहे थे, क्योंकि उस वक्त को श्रीनगर से आगे थे।
- प्रजापति ने कहा कि बस पर गोलीबारी की जा रही थी उस वक्त करीब 60 लोग अंदर बैठे थे।
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Amarnath
Terror
Attack
हमले
से
अबतक
की
घटना
पर
एक
नज़र।
वनइंडिया
हिंदी
बस का नहीं था पंजीकरण
- हमले के बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के एक बयान में कहा गया है कि जिस बस पर हमला किया गया था वह आधिकारिक यात्रा का हिस्सा नहीं थी और अमरनाथ श्राइन बोर्ड में उसका पंजीकरण भी नहीं हुआ था।
- पुलिस ने दावा किया कि तीर्थयात्रियों को ले जाने वाले बस चालक ने तीर्थयात्रा के नियमों का उल्लंघन किया था। अमरनाथ यात्रा के वाहन को शाम 7 बजे बाद एक राजमार्ग पर ले जाना प्रतिबंधित है।
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बिना सुरक्षा के था यात्रा समूह
- रोड ओपनिंग पार्टी, जिसके जरिए लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती थी वो 7:30 बजे वापस आ गई थी। बस पर हमला 8.20 बजे बैटनगो में हुआ जब वो तीर्थयात्रियों को दर्शन करा के बालटाल से मीर बाजार लौट रही थी।
- तीर्थयात्रियों का जत्था बिना सुरक्षा और एस्कॉर्ट के यात्रा नहीं करता लेकिन तीर्थयात्रियों का यह विशेष समूह स्वयं यात्रा कर रहा था।
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हम सो रहे थे तभी
- रिपोर्ट के मुताबिक सात मारे गए लोगों में से छह महिलाएं हैं , ये सभी गुजरात के थे। इस हमले में पीड़ित एक महिला ने बताया कि हम सो रहे थे और दोनों ओर से गोलाबारी हुई।
- हमले को निराशाजनक बताते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत इस तरह के भयावह हमलों और नफरत के बुरे डिजाइनों में कभी नहीं फंसेगा।
साल 2000 में हुआ था आखिरी हमला
- जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि 'यह हमारी जड़ों पर हमला है। हम इस हमले के अपराधियों को नहीं छोड़ेंगे।'
- अमरनाथ यात्रा पर आखिरी ज्ञात आतंकवादी हमला, 2000 में पहलगाम के आधार शिविर में हुआ था जिसमें 30 से ज्यादा व्यक्तियों की हत्या कर दी गई थी।
जेटली और शाह ने कहा...
- रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने हमले को 'सबसे निंदनीय कार्य' बताया और कहा, आतंकवाद के ख़िलाफ और भी दृढ़ता से लड़ेंगे।'
- भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अमरनाथ के पवित्र तीर्थ यात्रा के दौरान मासूम तीर्थयात्रियों की हत्या पर मेरे गहरे दर्द को व्यक्त करने के लिए कोई शब्द नहीं। यह गंदा काम है। शाह ने कहा कि अनंतनाग में बीजेपी जिला अध्यक्ष और एमएलसी से बात कर लोगों की मदद करने के लिए कहा।
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English summary
Amarnath terror attack: We were sleeping, there was firing from both the sides
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