शिवपाल के अलग होते ही आधी रह गई सपा की ताकत, मुलायम पर भी अमर सिंह ने कसा तंज
अमर सिंह ने मुलायम सिंह यादव पर तंज कसते हुए कहा, 'मुलायम सिंह सपा में तो हैं, लेकिन क्या हैं? यह किसी को नहीं मालूम।
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर यूपी में बनने जा रहे महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है। मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्पष्ट तौर पर कहा है कि वो तभी महागठबंधन का हिस्सा बनेंगी, जब उन्हें सम्मानजनक सीटें दी जाएंगी। उधर, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी कह चुके हैं कि भाजपा को हराने के लिए वो 2-4 सीटों का बलिदान करने को भी तैयार हैं। इस बीच अमर सिंह ने समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए महागठबंधन पर बड़ा बयान दिया है।
'मायावती सपा से गठबंधन क्यों करें?'
मायावती के बयान के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अमर सिंह ने कहा, 'समाजवादी पार्टी में अपनी उपेक्षा से दुखी होकर शिवपाल यादव ने अपना अलग मोर्चा बना लिया है। उनके हटने के बाद समाजवादी पार्टी की ताकत अब आधी रह गई है। मुलायम सिंह यादव सपा में होकर भी, पार्टी में नहीं हैं। ना वो पार्टी के प्रचार में जाते हैं और ना ही किसी फैसले में उन्हें शामिल किया जाता है। ऐसे में मायावती उस पार्टी से गठबंधन क्यों करेंगी, जिसकी ताकत पहले ही घटकर आधी हो चुकी है?'
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'मुलायम सपा में तो हैं, लेकिन क्या हैं'
अमर सिंह ने मुलायम सिंह यादव पर तंज कसते हुए कहा, 'मुलायम सिंह सपा में तो हैं, लेकिन क्या हैं? यह किसी को नहीं मालूम। वास्तविकता ये है कि अखिलेश के साथ ना मुलायम हैं और ना ही शिवपाल। ऐसी स्थिति में सपा में क्या बचता है। इन हालातों में महागठबंधन अगर बनता है तो सम्मान के तौर पर सपा को 10-15 सीटें ही मिलनी चाहिएं। बसपा अध्यक्ष मायावती को भी ऐसी कमजोर पार्टी से गठबंधन करने से पहले सोचना चाहिए।'
मायावती के बयान से बढ़ी सियासी हलचल
आपको बता दें कि रविवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मायावती ने कहा था कि वो 2019 में महागठबंधन के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन यह तभी संभव होगा जब उनकी पार्टी को सम्माजनक सीटें मिलेंगी। मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी केवल यूपी में ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी महागठबंधन के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि अगर बहुजन समाज पार्टी को महागठबंधन में सम्मानजनक सीटें नहीं मिलती तो वो अकेले लोकसभा के चुनावी मैदान में उतरने के लिए भी तैयार हैं।
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