इलाहाबाद का नाम प्रयागराज करने की प्रक्रिया पर सवाल, हाईकोर्ट ने मोदी और योगी सरकार से मांगा जवाब
लखनऊ। यूपी की योगी सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती है। हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किए जाने को चुनौती देने वाली याचिका पर केंद्र और राज्य सरकार से जवाव मांगा है। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने दोनों सरकारों को 1 सप्ताह का समय देते हुए सुनवाई की अगली तारीख 19 नवंबर तय की है। बता दें यह आदेश जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस राजेश सिंह चौहान की बैंच ने एचएस पांडेय की ओर से दाखिल जनहित याचिका पर दिया है।
इस याचिका में कहा गया है कि राजस्व संहिता की धारा 6 (2) का पालन न करते हुए बिना आपत्तियां मांगे जिले का नाम बदल दिया गया है। बता दें कि यूपी की योगी सरकार इस सयम नाम बदलने को लेकर चर्चा में है। पहले मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय नगर किया गया उसके बाद इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया गया। इसके बाद दिवाली के अवसर पर अयोध्या पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया।
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लखनऊ
का
नाम
बदलने
पर
चर्चा
अब
चर्चा
है
कि
योगी
सरकार
लखनऊ
का
नाम
भी
बदल
सकती
है।
वन
मंत्री
दारा
सिंह
चौहान
ने
कहा
कि
नवाब
वाजिद
अली
शाह
प्राणि
उद्यान
का
नाम
अटल
बिहारी
वाजपेयी
के
नाम
पर
करने
का
विचार
किया
जाएगा।
जू
के
निदेशकों
की
कॉन्फ्रेंस
में
पहुंचे
वन
मंत्री
ने
कहा
कि
समय
आने
पर
इस
पर
फैसला
होगा।
इधर
राज्य
में
अन्य
जिले
जैसे
मुजफ्फनगर
व
आगरा,
आजमगढ़
जैसे
कई
जिलों
के
नाम
बदलने
की
मांग
की
जा
रही
है।
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