लोकसभा चुनाव के बाद बड़े बदलाव के मूड में कांग्रेस, यूपी की सभी जिला समितियां भंग
नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस के अंदर कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। राष्ट्रीय नेतृत्व की बात करें तो राहुल गांधी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े हैं। वहीं, लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद पार्टी अब बड़े बदलाव के मूड में दिखाई दे रही है। उत्तर प्रदेश में सभी जिला समितियों को भंग कर दिया गया है। जबकि अजय कुमार लल्लू को पूर्वी यूपी में संगठन को खड़ा करने की जिम्मेदारी दी गई है।
कांग्रेस ने भंग की यूपी की सभी जिला समितियां
कर्नाटक के बाद अब उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने सभी जिला समितियों को भंग कर दिया है। यूपी में जिन सीटों पर उपचुनाव होने हैं, वहां के लिए दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। जबकि अनुशासनहीनता की शिकायतों की जांच करने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया जाएगा। पश्चिमी यूपी के प्रभारी का ऐलान अभी नहीं किया गया है।
ये भी पढ़ें: दिल्ली हाईकोर्ट का फैसला, दूर के रिश्तेदारों पर नहीं चल सकता दहेज उत्पीड़न का केस
अजय कुमार लल्लू की दी गई बड़ी जिम्मेदारी
यूपी की बात करें तो लोकसभा चुनाव में केवल रायबरेली की सीट ही कांग्रेस के खाते में आई जहां से सोनिया गांधी ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी की सीट से चुनाव हार गए जो कि पार्टी के लिए बड़ा झटका साबित हुआ है। बता दें कि लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की थी जिसको कमेटी ने खारिज कर दिया था लेकिन राहुल गांधी लगातार अपनी बात पर अड़े हुए हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में अध्यक्ष पद के लिए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को रेस में आगे बताया जा रहा है।
यूपी में पार्टी को मिली थी केवल एक सीट पर जीत
राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश के साथ-साथ लोकसभा में कांग्रेस के नेता पद संभालने से भी इनकार कर दिया था। इसके बाद पार्टी ने ये जिम्मेदारी अधीर रंजन चौधरी को सौंपी। पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के चुनाव हारने के बाद कांग्रेस के पास नया नेता चुनने के लिए बहुत विकल्प मौजूद नहीं थे। अधीर रंजन चौधरी पांच बार से सांसद हैं और उनके अनुभव को देखते हुए ही पार्टी ने उन्हें ये जिम्मेदारी सौंपी है।