राहुल गांधी नहीं माने तो कांग्रेस के ये नेता मंगलवार से करेंगे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल
नई दिल्ली- कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पद पर बनाए रखने की लड़ाई अब और आगे बढ़ गई है। कई दिनों तक चले सैकड़ों इस्तीफों की दौर के बाद अब कुछ नेताओं ने मंगलवार से कांग्रेस मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करने की धमकी दे दी है। इन नेताओं का कहना है कि जब तक वे नहीं मानेंगे, वो अपनी भूख हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।
राहुल को मनाने के लिए भूख हड़ताल
इंडिया टुडे की खबरों के मुताबिक कांग्रेस के जिन पदाधिकारियों ने राहुल गांधी के पद नहीं छोड़ने के लिए मनाने को लेकर अपने पद छोड़े हैं, वो अब अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करेंगे। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोथिया ने कहा है कि मंगलवार से ऐसे सारे पार्टी पदाधिकारी कांग्रेस मुख्यालय में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठेंगे। उन्होंने ये भी कहा है कि दिल्ली के पूर्व पार्टी अध्यक्ष भी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल में शामिल रहेंगे। उन्होंने कहा है कि,"कल (2 जुलाई) से हम एआईसीसी में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करेंगे। ये कोई ब्लैकमेल नहीं है, बल्कि यह राहुल गांधी से आग्रह करने के लिए है कि वो कांग्रेस प्रमुख का पद न छोड़ें। जो भी हुआ है हम उसकी सामूहिक जिम्मेदारी लेते हैं।"
कांग्रेसी मुख्यमंत्री भी मना आए
सोमवार को राहुल गांधी से पद पर बने रहने की गुजारिश लेकर कांग्रेस शासित प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने भी करीब दो घंटे तक उनसे मुलाकात की। इनमें पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुडुचेरी के सीएम वी नारायणसामी शामिल हैं। इस मुलाकात की जानकारी देते हुए राजस्थान के सीएम गहलोत ने बताया कि उन लोगों ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की भावना से राहुल को रूबरू करा दिया है और उन्हें उम्मीद है कि वो उनकी बातों पर गौर जरूर करेंगे। यानी इतने सारे मुख्यमंत्री भी राहुल से कोई ठोस आश्वासन लेकर नहीं लौट पाए।
कांग्रेस नेताओं के निशाने पर बीजेपी
राहुल से मुलाकात से पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि कांग्रेस के सभी मुख्यमंत्री चाहते हैं कि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष बने रहें। उन्होंने कहा, "हम सभी चाहते हैं कि राहुलजी अध्यक्ष बने रहें। उन्हें नेतृत्व जारी रखनी चाहिए।" उन्होंने भी कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार सामूहिक जिम्मेदारी है। दिलचस्प बात ये है कि राहुल गांधी के इस्तीफे पर महीने भर से ज्यादा वक्त से जारी कांग्रेसी संकट पर जो भी कांग्रेसी उनकी मान-मनौव्वल के लिए पहुंचता है, वह पार्टी की इस हाल का ठीकरा बीजेपी पर ही फोड़ता है। इसी कड़ी में गहलोत और बघेल ने भी एक बार फिर से कांग्रेस की हार के लिए बीजेपी की नीतियों पर निशाना साधा है। गहलोत ने मोदी पर देश को देशभक्ति और धर्म के नाम पर गुमराह करके चुनाव जीतने का आरोप लगाया है।