AIMPLB से निष्कासित नदवी बोले- खुद ही बोर्ड से बाहर निकला, वहां कट्टरपंथियों का कब्जा
, वहां कट्टरपंथियों का कब्जा
सहारनपुर। श्री श्री रविशंकर से मुलाकात के दौरान बाबरी मस्जिद स्थानांतरित किये जाने पर सहमति जताने के बाद उलेमा व अवाम के निशाने पर आए आॅल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य मौलाना सलमान नदवी को हैदराबाद में चल रही बोर्ड बैठक में कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। जिसके बाद मौलाना सलमान ने अपने बयान पर कायम रहने की बात कहते हुए बोर्ड बैठक से किनारा कर लिया। बोर्ड के पदाधिकारियों ने मौलाना नदवी के खिलाफ कार्रवाई का मत बनाते हुए पूरे प्रकरण की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। शुक्रवार से हैदराबाद में शुरू हुए मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के 26वें जलसा तहफ्फजु शरीयत (शरीयत की हिफाजत) के तीन दिवसीय कार्यक्रम के पहले चरण में मौलाना सलमान नदवी शामिल हुए लेकिन उन्हें अपने बाबरी मस्जिद से संबंधित बयान के लिए बोर्ड सदस्यों के आक्रोश का सामना करना पड़ा।
खुद ही बोर्ड से अलग हुआ
बोर्ड में हो रही फजीहत के चलते मौलाना नदवी ने बैठक से किनारा कर लिया और शनिवार को हुई दूसरे चरण की बैठक में भाग नहीं लिया। इसके बाद बोर्ड ने नदवी को निकाल दिया। अपने निष्कासन के बाद नदवी ने कहा कि वो खुद ही बोर्ड से अलग हुए हैं। उन्होंने कहा कि बोर्ड पर कट्टरपंथियों का कब्जा हो गया है। वो मंदिर के मामले में झगड़े लड़ाई के पक्षधर नहीं है। नदवी ने कहा कि वो चाहते हैं कि मस्जिद को शिफ्ट कर दिया जाए।
नदवी के बयान से बोर्ड की फजीहत हुई
देवबंद से हैदराबाद में हो रही बोर्ड बैठक में भाग लेने के लिए पहुंचे एक सदस्य ने बताया कि नदवी के बयान पर उलमा ने सख्त नाराजगी दिखाते हुए उनके बयान की कड़े शब्दों में निंदा की। जिम्मेदारों का कहना था कि नदवी के बयान से बोर्ड की फजीहत हुई है। साथ ही मुस्लिमों में बोर्ड के प्रति गलत संदेश पहुंचा है। जबकि पर्सनल लॉ बोर्ड अपनी बात पर अडिग है कि बाबरी मस्जिद का मामले में कोई समझौता नहीं हो सकता, इस पर कोर्ट को ही अपना फैसला सुनाना पड़ेगा।
मौलाना नदवी पर कार्यवाही हो
बताया कि बैठक में शामिल अन्य सदस्यों ने दो टूक यह मांग की कि इस गैर जिम्मेदाराना व्यवहार के लिए मौलाना नदवी पर कार्यवाही होनी ही चाहिए। जिसके बाद बोर्ड द्वारा चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। जो नदवी के ब्यान की जांच कर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। जिसके आधार पर ही मौलाना नदवी के संबंध में फैसला लिया जाएगा। हालांकि अपने बयान को लेकर विवादों में घिरे मौलाना सलमान नदवी ने भी अपने खिलाफ बने माहौल को भांपते हुए पूरी तरह मुखालफत का मन बना लिया है।
नदवी ने पदाधिकारियों पर जमकर आरोप लगाए
बोर्ड बैठक से किनारा करने के बाद मौलाना नदवी ने एक टीवी चैनल को इंटरव्यू दिया और अपने बयान पर कायम रहने की बात कहते हुए उलटे बोर्ड के पदाधिकारियों पर जमकर आरोप लगाए। मौलाना नदवी के खुलकर बोर्ड के सामने आने के बाद अब उनके खिलाफ क्या कार्यवाही होती है यह जानने के लिए इस्लामिक जगत की नजरें बोर्ड की आज होने वाली अंतिम चरण की बैठक पर टिक गई हैं।
बोर्ड सभी मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करने वाला संगठन नहीं
बाबरी मस्जिद को स्थानांतरित करने पर सहमति की बात करने के बाद मीडिया की सुखिर्यो में आए नदवतुल उलेमा लखनऊ के शेखुल हदीस मौलाना सलमान नदवी अब खुलकर बोर्ड व उसके फैसले के खिलाफ आ गए हैं। एक टीवी चैनल को दिये साक्षात्कार में मौलाना नदवी ने बोर्ड के जिम्मेदारों पर संगीन आरोप लगाए। इतना ही नहीं उन्होंने यह तक कह डाला कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सभी मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करने वाला संगठन नहीं है। बोर्ड पर कुछ लोगों का वर्चस्व कायम है। मौलाना ने सभी हदें पार करते हुए यह तक आरोप लगा डाला कि बोर्ड संघ परिवार के इशारे पर काम कर रहा है।