UK से लौटने के बाद संक्रमित पाए गए लोगों की होगी जीनोम सीक्वेंसिंग, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए निर्देश
नई दिल्ली। Coronavirus New Strain ब्रिटेन में फैले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के 6 मामले भारत में भी पाए गए हैं। कड़ी सतर्कता के बीच भी कोरोना का नया स्ट्रेन भारत में दस्तक दे चुका है। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने ब्रिटेन से आने वाले लोगों के लिए निर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश के मुताबिक, सभी अंतरराष्ट्रीय यात्री जो पिछले 14 दिनों (9 दिसंबर से 22 दिसंबर, 2020 तक) के दौरान भारत आए हैं यदि उनमें कोरोना के लक्षण हैं और वह पॉजिटिव पाए गए हैं तो ब्रिटेन में फैल रहे कोविड-19 के नए स्ट्रेन के मद्देनजर उनकी जीनोम सीक्वेंसिंग (Genome Sequencing) की जाएगी। आपको बता दें कि 22 दिसंबर के बाद से भारत सरकार ने ब्रिटेन से आने वाली फ्लाइटों पर रोक लगा दी थी। सरकार ने कहा था कि 23 दिसंबर की आधी रात से ही 31 दिसंबर तक ब्रिटेन से आने वाली फ्लाइटों पर रोक लगा दी थी।
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ब्रिटेन से लौटे 6 लोगों में मिला है कोरोना का नया स्ट्रेन
आपको बता दें कि अभी तक ब्रिटेन से लौटे 6 लोगों के सैंपल में कोरोना का नया स्ट्रेन पाया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, जिन 6 लोगों में कोरोना का नया स्ट्रेन मिला है, तीन सैंपल की जांच बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान अस्पताल (निमहांस) में, हैदराबाद स्थित कोशिकीय एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) में दो नमूनों और पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में एक सैंपल की जांच की गई।
क्या होती है जीनोम सीक्वेंसिंग
जीनोम सीक्वेंसिंग कोई वायरस नहीं है, बल्कि वायरस का बायोडाटा होता है। कोई वायरस कैसा है, कैसा दिखता है, इसकी जानकारी जीनोम सीक्वेंसिंग से ही होती है। इसी वायरस के विशाल समूह को जीनोम कहा जाता है। वायरस के बारे में जानने की विधि को जीनोम सीक्वेंसिंग कहते हैं।