चीन बॉर्डर के करीब BRO ने तैयार कर डाले हैं 43 ब्रिज, जानिए सेना की होगी कितनी मदद
नई दिल्ली। बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (बीआरओ) ने एक और मील का पत्थर अपने नाम कर लिया है। कम समय में बीआरओ ने 43 ऐसे पुलों का निर्माण कर डाला है जिसमें से 22 लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) यानी चीन बॉर्डर के करीब हैं। इन पुलों का उद्घाटन गुरुवार 24 सितंबर को होना था। लेकिन रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी के निधन की वजह से कार्यक्रम को टालना पड़ गया। रक्षा मंत्री जिन पुलों का उद्घाटन आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए करने वाले थे वे उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम,लद्दाख, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर बॉर्डर के करीब हैं।
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किस राज्य में कितने पुल
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर जारी टकराव के बीच निश्चित तौर पर यह एक बड़ा घटनाक्रम है। भारत सरकार पिछले कुछ समय से ऐसे इलाकों पर खासा जोर दे रही है, जो चीन बॉर्डर के करीब हैं। यहां पर इनफ्रांस्ट्रक्चर को तेजी से डेवलप किया जा रहा है। इसका मकसद संकट की स्थिति में सेना को जल्द से जल्द और ज्यादा से ज्यादा मदद तुरंत मुहैया कराना है। इन सभी पुलों की रणनीतिक अहमियत देश की सुरक्षा में काफी ज्यादा है। जिन 43 पुलों को तैयार किया गया है वो देश के सात राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में बने हैं।
जम्मू-कश्मीर
-
10
पुल
लद्दाख
-
7
पुल
हिमाचल
प्रदेश
-
2
पुल
पंजाब
-
4
पुल
उत्तराखंड
-
8
पुल
अरुणाचल
प्रदेश
-
8
पुल
सिक्किम
-
4
जवानों को भेजने में होगी आसानी
पिछले कुछ समय में सीमा पर हलचल में तेजी आई है। सेना हाई अलर्ट पर और उत्तर से लेकर पश्चिम तक कहीं भी कोताही नहीं बरती जा रही है। कम समय में सैनिकों, वाहनों और हथियारों को बॉर्डर तक पहुंचाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। बॉर्डर पर पहुंचने के लिए कई बार दुर्गम इलाकों से गुजरना होता है, जहां पहाड़ियां, नदी, मौसम की खराबी जैसी मुश्किलों का सामना करना होता है। ऐसे में इन पुलों का निर्माण मुख्य रूप से सेना के टुकड़ियों को रवाना करने के लिए होता है। 22 से ज्यादा पुल ऐसे हैं जो चीन बॉर्डर के करीब हैं। इनमें लद्दाख, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में बनाए गए पुल भी शामिल हैं। लद्दाख के अलावा अब चीन, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और उत्तराखंड में भी मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहा है। ऐसे में इन पुलों के शुरू होने से सेना को मूवमेंट में आसानी होगी।