एएन-32: ब्लैक बॉक्स और सभी 13 लोगों के शव बरामद, जल्द सामने आएगी क्रैश की वजह
नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश के वेस्ट सियांग जिले में आने वाले नॉर्थ लिपो में इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) का जो एएन-32 क्रैश हुआ था, उसका ब्लैक बॉक्स मिल गया है। आईएएफ की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है। साथ ही यह भी बताया गया है कि उन सभी 13 लोगों के शव भी बरामद कर लिए गए हैं जिनकी इस क्रैश में मृत्यु हो गई है। आईएएफ अब हेलीकॉप्टर की मदद से शवों को उनके घर भेजेगी। मंगलवार को आठ दिनों तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद इस एयरक्राफ्ट का मलबा मिल सका था। इसके बाद गुरुवार सुबह आठ लोगों की टीम को एयरड्रॉप किया गया। इस टीम ने ही आईएएफ को बताया कि किसी के बचने को कोई भी निशान उसे नहीं मिल सका है।
अब पता लग पाएगी हादसे की वजह
अब जबकि एएन-32 का ब्लैक बॉक्स मिल गया है तो इस बात का पता भी लग सकता है कि आखिर इस एयरक्राफ्ट के साथ क्या हुआ होगा। ब्लैक बॉक्स वह इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्डिंग डिवाइस होती है जिसे एयरक्राफ्ट में लगाया जाता है। इसे लगाने का मकसद ही यह होता है कि किसी दुर्घटना के बाद जांच में सुविधा हो और क्रैश या दुर्घटना के कारणों का पता लग सके। जो एएन-32 क्रैश हुआ, वह इमरजेंसी लोकेटर ट्रांसमीटर और कार्गो सेक्शन में इमरजेंसी बीकन से लैस था जो संकट के समय में एयरक्राफ्ट की लोकेशन के बारे में जानकारी दे सकते थे। लेकिन इस एयरक्राफ्ट से किसी भी तरह का सिग्नल नहीं मिल सका। 24 मीटर लंबा एएन-32 अरुणाचल के मुश्किल रास्तों से उड़ान भरते हुए जा रहा था। तीन जून को लापता होने के बाद इसकी सर्च में मौसम ने काफी मुश्किलें पैदा की। आठ दिनों तक वायुसेना ने सैटेलाइट से लेकर सुखोई फाइटर जेट तक की मदद की। साथ ही नेवी के सर्विलांस एयरक्राफ्ट और यूएवी को भी तैनात किया गया था।
सर्च ऑपरेशन में एक जमीन-आसमान
वायुसेना और सेना के हेलीकॉप्टर्स ने बुधवार को 15 सदस्यों वाली पर्वतारोहियों की टीम को एयरड्रॉप किया था। इनमें से आठ लोगों की टीम क्रैश वाली जगह पर पहुंची और उसने इस बुरी खबर के बारे में आईएएफ को बताया। भारतीय वायुसेना की ओर से सभी वायुसैनिकों के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि की गई थी। आईएएफ ने अपने यान में कहा गया है, 'वायुसेना उन सभी बहादुरों को सलाम करती है जिन्होंने तीन जून को क्रैश हुए एएन-32 क्रैश में अपनी जान गंवा दी औ सेना हर पल पीड़ितों के परिवार के साथ खड़ी है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।' तीन जून को असम के जोरहाट से एएन-32 ने अरुणाचल के मेचुका के लिए उड़ान भरी थी। दोपहर 12 बजकर 27 मिनट पर एयरक्राफ्ट ने टेक ऑफ किया था और एक बजे रडार से इसका संपर्क टूट गया था।