अवध के 'राजकुमार' की गुमनामी में मौत, मालचा महल से मिला कंकाल
58 साल के राजकुमार वहां 25 सालों से रह रहे थे। राजकुमार का अली रजा की मां बेगम विलायत महल की साल 1993 में मौत हो गई थी।
नई दिल्ली। अवध राजघराने के राजकुमार अली रजा (साइरस) की गुमनामी में मौत हो गई है। 2 नवंबर को पुलिस ने उनका कंकाल सेंट्रल रिज एरिया स्थित मालचा महल से बरामद किया था। 58 वर्षीय राजकुमार वहां 25 वर्ष से रह रहे थे। मां और बहन की मौत के बाद अली रजा महल में अकेले थे। उनका बाहर की दुनिया से ज्यादा संपर्क नहीं था।
बताया जा रहा है एक महीना पहले उनकी मौत हो गई थी। राजकुमार किसी से भी बात नहीं किया करते थे ना ही कोई उनके संपर्क में था इसलिए उनकी मौत की खबर का भी पता ना चल सका है। राजकुमार कभी-कभार इस महल के बगल में स्थित अर्थ स्टेशन के गार्ड से बातचीत कर लेते थे लेकिन जब पिछले कई दिनों से गार्ड ने उन्हें वहां नहीं देखा तो उसने इसकी सूचना पुलिस को दी। चाणक्यपुरी पुलिस मौके पर पहुंची तो महल में राजकुमार का कंकाल पड़ा मिला।
58 साल के राजकुमार वहां 25 सालों से रह रहे थे। राजकुमार का अली रजा की मां बेगम विलायत महल की साल 1993 में मौत हो गई थी। राजकुमार की बहन की मौत भी करीब 4 साल पहले हुए थी। राजकुमार यहां अकेले रह रहे थे। उनका बाहर की दुनिया से ज्यादा संपर्क नहीं था। वे किसी व्यक्ति के महल में आना-जाना भी पसंद नहीं करते थे। इस राजघराने का ना तो कोई वारिस है और ना ही कोई रिश्तेदार इसलिए पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने खुद राजकुमार का अंतिम संस्कार कर दिया।
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