कैंसर की दवाई से आपको आ सकता है 'हार्ट अटैक'
नयी दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गरीबी और गरीबों की बात करते है। वो कहते हैं कि 2022 तक देश में हर आदमी के पास अपना मकान होगा, लेकिन केंद्र सरकार के एक फैसले ने गरीब और बीमार लोगों के लिए आफत लाने का काम किया है।
जी हां सरकार ने 108 दवाओं की कीमतों से नियंत्रण हटा लिया है, ऐसा होने पर इन दवाईओं की कीमतें आसमान छू जाएंगी। जिन दवाईयों पर से सरकारी नियंत्रण खत्म किया गया है उनमें टीबी, कैंसर जैसी बीमारियों की दवाएं शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक सरकार की ओर से नियंत्रण हटाने के बाद सौ और हजार रुपए वाली दवाईयां अब हजार और लाखों रुपयों में मिलेंगे। इनमें टीबी, एड्स, डायबिटीज और दिल की बीमारियों दवाएं शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक 108 दवाओं की कीमतें अब केंद्र सरकार तय नहीं करेगी।
एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक, सरकार के आदेश के बाद दवाओं की कीमतों में भारी इजाफा हुआ है। एक उदाहरण के तौर पर देखे तो कैंसर की दवाई ग्लिवेक की कीमत 8,500 रुपये से बढ़कर 1.08 लाख रुपये हो गई है। वहीं ब्लड प्रेशर की दवा प्लाविक्स भी 147 रुपये की बजाय अब 1,615 रुपये में मिलने लगी है।