Video: अक्षय कुमार ने लॉन्च किया Fau-G का ट्रेलर, दिखाई गलवान घाटी की झलक
नई दिल्ली। पिछले माह सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी कर चीन में बने मोबाइल गेम पबजी को बैन करने का निर्देश दिया। इसके बाद कई तरह के अनाधिकारिक विकल्पों को एप स्टोर्स पर देखा जा सकता है। इनमें से ही एक मोबाइल गेम है फौजी (Fau-G) जिसे बॉलीवुड के खिलाड़ी यानी अक्षय कुमार का भारी समर्थन मिल रहा है। इस गेम को भारतीय गेमिंग कंपनी एनकोर गेम्स की तरफ से डिजाइन किया गया है। दशहरे के मौके पर अक्षय ने इस वीडियो गेम का टीजर रिलीज किया है।
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दशहरे पर अक्षय ने लॉन्च की क्लिप
इस टीजर में आपको गलवान घाटी की झलक देखने को मिलेगी। अक्षय कुमार ने ट्विटर पर इस गेम का ट्रेलर जारी किया। उन्होंने कैप्शन लिखा, 'फियरलेस एंड यूनाइटेड गार्ड्स।' क्लिप में गलवान घाटी की उसी जगह को दिखाने की कोशिश की गई है जहां इस वर्ष जून में भारत और चीन की सेनाओं के बीच झड़प हुई थी। उस झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। चीन को भी नुकसान हुआ था, लेकिन उसने अभी तक इसकी आधिकारिक संख्या नहीं बताई है। इस गेम के कैरेक्टर्स वहीं रीयल हीरोज हैं जिन्होंने चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) को धूल चटाई थी। हालांकि इस गेम के ग्राफिक्स की वजह से कुछ लोग इसकी आलोचना भी कर रहे हैं। कुछ इस पर चोरी का आरोप भी लगा रहे हैं। इस गेम को पिछले माह लॉन्च किया गया था। 45 साल के बाद लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चीन के खिलाफ लड़ते हुए 20 भारतीय सैनिकों ने शहादत दी थी। इन 20 रणबांकुरों के सम्मान में लद्दाख में मेमोरियल तैयार हुआ है।
ऑपरेशन Operation Snow Leopard
गलवान वैली में पीएलए साथ वाई जंक्शन के करीब हुए संघर्ष में 16 बिहार रेजीमेंट के कमांडिंग शहीद कर्नल संतोष बाबू भी वीरगति को प्राप्त हो गए थे। पूर्वी लद्दाख में यह मेमोरियल लेह स्थित 14 कोर यानी फायर एंड फ्यूरी कमांड के तहत आता है। मेमोरियल से जो जानकारी मिलती है, उसके मुताबिक सेना ने 15 जून को चीनी जवानों को खदेड़ने के लिए ऑपरेशन स्नो लेपर्ड लॉन्च किया था। मेमोरियल पर लिखा है, '15 जून 2020 को गलवान घाटी में 16 बिहार रेजीमेंट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल बी संतोष बाबू क्विक रिएक्शन फोर्स को लीड कर रहे थे। उनके साथ जवानों को भेजा गया था ताकि पीएनए के जवानों से गलवान घाटी के वाई नाला और पीपी (पेट्रोलिंग प्वाइंट) को खाली कराया जा सके। इसी दौरान इंडियन आर्मी और पीएलए के बीच संघर्ष हुआ। कर्नल संतोष बाबू ने आगे बढ़कर मोर्चा संभाला था। हैंड टू हैंड कॉम्बेट में पीएलए को भारी नुकसाना उठाना पड़ा।' चीनी जवानों को खदेड़ने के लिए सेना ने ऑपरेशन स्नो लेपर्ड लॉन्च किया था।