लोकसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं से क्या बोले अखिलेश यादव
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी उम्मीदों के लिहाज से खराब परिणाम मिलने के बाद अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनाव के लिए जुट जाने को कहा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उनसे वक्त गवाएं बिना विधानसभा की तैयारी करने को कहा। हालांकि उन्होंने सपा तक ही सीमित रखी और बसपा से गठबंधन को लेकर कुछ नहीं बोले।
अखिलेश यादव की सपा और मायावती की बसपा ने गठबंधन कर लोकसभा चुनाव लड़ा। दोनों पार्टियों के नेता यूपी की 80 में से 60 सीटें जीतने का दावा कर रहे थे लेकिन गठबंधन 15 सीट ही जीत सका। बसपा को 10 और सपा को 5 सीटें मिलीं। 2014 में चुनाव जीतने वाले मुलायम सिंह यादव परिवार के तीन सदस्य, डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव और अक्षय यादव भी इस चुनाव में हार गए।
नतीजों के बाद शनिलार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से भाजपा के दावों का जवाब देते समय रक्षात्मक की जगह आक्रामक रवैया अपनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि आपको सभी तथ्य और आंकड़े जानने होंगे तब भाजपा का पर्दाफाश करने के लिए उन्हें बहस के लिए चुनौती देनी है। हमारी पार्टी 2022 में सत्ता में लौटेगी, क्योंकि उनकी सरकार ने राज्य में सबसे ज्यादा विकास किया था। भाजपा को 2017 में वोट देने वाले अब पछता रहे हैं। हमें कठिन मेहनत करनी है और विधानसभा चुनाव में वापसी करनी है।
राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की जन-विरोधी नीतियों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि हम महापरिवर्तन लाने के अपने प्रयास जारी रखेंगे। भाजपा झूठ और गलत तथ्य बताती है, वहीं समाजवादियों के पास ऐसी विचारधारा है, जो उनका मार्गदर्शन करती है। युवा गंभीर संकट में हैं, उनके लिए कोई रोजगार नहीं है और उन्हें अपना भविष्य धुंधला दिख रहा है। इसलिए हमें कॉलेजों, यूनिवर्सिटीज तक अपनी पहुंच बनानी होगी।
'ऐसे तो भाजपा 2024 में 350 सीटों का लक्ष्य रखेगी और जीत जाएगी'