कभी अखिलेश यादव ने की थी मायावती की प्रतिमाओं की आलोचना, अब पड़े नरम
नई दिल्ली। एक समय था जब समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव यूपी में राज्य की धनराशि की मदद से प्रतिमाएं लगवाने के लिए मायावती को फटकारा था, आज वही अखिलेश यादव सुप्रीम कोर्ट की तीखी टिप्पणी के बाद अपने गठबंधन की साथी पर नरम पड़ गए हैं। शनिवार को मीडिया के सवालों पर जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे इस बारे मे पूरी जानकारी नहीं है। हो सकता है कि अदालत ने कुछ टिप्पणियां की हों। बीएसपी के वकील अदालत में अपना पक्ष रखेंगे।
बता दें इस मामले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि लखनऊ और नोएडा में बनाए गए पार्टी के प्रतिक के साथ-साथ खुद और हाथियों की प्रतिमाओं को लगाने में जनता का पैसा इस्तेमाल किया गाया है इसलिए मायावती को वह पैसा वापस करना चाहिए। आपको ये भी बता दें कि इन मुर्तियों के जांच के आदेश भी तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिए थे। उन्होंने कहा था कि बीएसपी शासन में 40 हजार करोड़ का घोटाला हुआ है।
लेकिन जब इन मुर्तियों पर सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए सवाल उठाया तो अखिलेश यादव बीजेपी पर हमलावर हो गए। वही लखनऊ के लोक भवन में योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 25 फीट की प्रतिमा लगाए जाने की योजना पर अखिलेश यादव ने कहा कि हम वहां सपा नेता राम शरण दास की प्रतिमा भी स्थापित करेंगे। बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर यूपी में सपा-बसपा एक साथ मैदान में उतरने का फैसला किया है। दोनों ने बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान भी किया है।
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