अखिलेश यादव का मोदी सरकार पर हमला- 'कृषि बिल नहीं बीजेपी ने अपना पतन पत्र पारित करवाया'
नई दिल्ली: विपक्ष के विरोध के बीच रविवार को मोदी सरकार ने राज्यसभा में किसानों से जुड़े तीन विधेयकों को पेश किया और इसे ध्वनि मत से पास भी करवा दिया। जिसके बाद राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। इसके साथ ही कई राज्यों में किसानों का प्रदर्शन भी जारी है। साथ ही राजनीतिक दलों के प्रमुख बीजेपी सरकार पर हमलावर हैं। अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद अखिलेश यादव ने विधेयक को जनता के साथ धोखा बताया है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि बीजेपी ने कृषि बिल पारित कराने के लिए 'ध्वनि मत' की आड़ में राज्यसभा में किसानों और विपक्ष की आवाज का गला दबाया है। इसके अलावा अपने कुछ चुनिंदा पूंजीपतियों और धन्नासेठों के लिए भारत की 2/3 जनसंख्या को धोखा दिया। उनके मुताबिक लोकतांत्रिक कपट कर बीजेपी ने कृषि बिल नहीं, बल्कि अपना 'पतन-पत्र' पारित कराया है।
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सपा
सांसद
ने
उठाए
सवाल
वहीं
राज्यसभा
में
सपा
के
सांसद
रामगोपाल
यादव
ने
कहा
कि
कुछ
मामला
तो
है,
जिस
वजह
से
सत्ताधारी
पार्टी
किसी
भी
मुद्दे
पर
बहस
नहीं
करना
चाहती।
अगर
आप
देश
के
60
फीसदी
से
ज्यादा
लोगों
को
रोजीरोटी
देने
वाले
सेक्टर
को
लेकर
बिल
लाएं,
तो
विपक्ष
और
किसान
संगठनों
से
जरूर
बात
करें।
आपने
किसी
से
बात
नहीं
की,
सिर्फ
उनसे
बात
की
जो
आपके
अपने
हैं।
इस
बिल
को
लेकर
कम
से
कम
किसान
संगठनों
से
तो
बात
करनी
थी।
उन्होंने
पूछा
कि
आखिर
क्या
मजबूरी
है
जो
सरकार
चर्चा
से
भाग
रही
है।