आजम खान का अखिलेश यादव ने किया बचाव तो स्मृति ईरानी ने उन्हें दिखाया आईना
नई दिल्ली। लोकसभा में तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान आजम खान के बयान पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ जहां आजम खान के बयान की आलोचना हो रही है। तो दूसरी तरफ सपा मुखिया और लोकसभा सांसद अखिलेश यादव ने आजम का बचाव किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि आजम खान जी के शब्दों में भावना में कहीं भी ऐसा नहीं है कि उन्होंने पीठ पर उंगली उठाई है। अखिलेश के इस बयान पर सदन में जोरदार हंगामा होने लगा और लोग शेम-शेम कहने लगे। जिसपर अखिलेश यादव बिफर गए।
भड़के अखिलेश
जिस तरह से अखिलेश यादव ने आजम खान का बचाव किया, उसके बाद सदन के भीतर शेम-शेम की आवाज आने लगी। जिसपर नाराज अखिलेश ने कहा कि इनसे ज्यादा बदतमीज कोई नहीं हो सकता, ये लोग कौन होते हैं उंगली उठाने वाले। ये भाषा नहीं हो सकती है, ये लोग पीठ का अपमान कर सकते हैं। ये लोग कैसे कह सकते हैं, ये लोग तमीज वाले लोग हैं। जिसपर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने सदन को शांत कराते हुए कहा कि आजम खान ने जो कहा वह गलत है और असंसदीय भी है।
स्मृति ईरानी ने बोला तीखा हमला
वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी आजम खान के बयान को शर्मनाक बताया है, वह सभी पुरुष सांसदों के नाम पर धब्बा हैं । उन्होंने कहा कि आजम खान ने जो कहा वह बेहद शर्मनाक है और उनके चरित्र का प्रतिबिंब है। ना सिर्फ आजम बल्कि स्मृति ईरानी ने अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि आज़म खान द्वारा दिया गया शर्मनाक बयान उनके चरित्र का प्रतिबिंब है; उनका बचाव करके अखिलेश यादव ने भी प्रमाणित कर दिया की उनकी सोच में भी कोई फ़र्क़ नहीं। जो सदन में महिला के साथ निंदनीय व्यवहार कर सकता है वह साधारण महिला से किस प्रकार का व्यवहार करता होगा यह सोचने वाली बात है।
इस्तीफा देने को तैयार
बता दें कि गुरुवार को लोकसभा में तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान आजम खान ने चेयर पर बैठीं रमा देवी के लिए कहा कि आप बहुत प्यारी हैं, आपकी आंखों में देखकर मैं बोलता रहूं। इस पर भाजपा के सदस्यों ने हंगामा कर दिया और कहा कि उनको इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। आजम के बयान पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आपत्ति जताते हुए कहा कि उनको अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए। इस पर आजम ने कहा कि वह मेरी बहन जैसी हैं, माफी किसी बात की मांगनी चाहिए। आजम खान ने यहां तक कह दिया कि अगर मेरा बयान महिला विरोधी है, या इसमें कुछ गलत है तो मैं अभी लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने को तैयार हूं।