जानिए करारी हार के बाद क्या कर रहे हैं अखिलेश यादव
यह सभी अभियंता सुबह 11:30 बजे तक अपने दफ्तरों में नहीं पहुंचे थे। यही नहीं मुख्यमंत्री दफ्तर तक पहुंची शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जल्द निस्तारण को कहा गया है। इसके लिए बाकायदा गुरुवार को एमडी को सीएम दफ्तर से ईमेल पर आने वाली शिकायतों को खुद खोलने के लिए एक विशेष पासवर्ड नंबर भेजा गया।
पंचम तल से किसी अफसर ने एमडी को फोन कर अभियंताओं की लोकेशन देखने को कहा। इसके बाद एमडी ने कई अभियंताओं को मोबाइल कर लोकेशन पूछी। खुलासा हुआ कि आलूमंडी के अधिशासी अभियंता एसके मधुकर, बिजली घर के अधिशासी अभियंता एसके लोहाट, किदवई नगर के अधिशासी अभियंता मनीष द्विवेदी, हैरिसगंज के अधिशासी अभियंता राजीव गर्ग और देहली सुजानपुर के अधिशासी अभियंता जसमीत सिंह सुबह 11:30 बजे तक अपने दफ्तर नहीं पहुंचे थे। एमडी ने चीफ इंजीनियर अमरेश राय से हर रोज सुबह डिवीजन और सबस्टेशनों का निरीक्षण कर रिपोर्ट देने को कहा है।
शिकायतों पर तय होगी जवाबदेही-
सबस्टेशनों पर सुनवाई न होने से ज्यादातर लोग केस्को मुख्यालय पहुंचने लगते हैं। एमडी के आदेश के बावजूद कई अर्जियां रद्दी की टोकरी में डाल दी जाती हैं। इससे नाराज एमडी ने अपने स्टेनो से मुख्यालय आने वाले फरियादियों का पूरा ब्योरा, शिकायत और अर्जी पर आदेश का पूरा हवाला एक रजिस्टर पर दर्ज करने को कहा है। एक सप्ताह बाद शिकायतों के निस्तारण के बारे में संबंधित अभियंताओं की जवाबदेही तय होगी।