वाहन चेकिंग के दौरान हुई मौत को अखिलेश ने बताया 'ट्रैफिक टेररिजम्म' तो हो गए ट्रोल
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नई दिल्ली- रविवार को दिल्ली से सटे नोएडा में वाहन चेकिंग के दौरान एक शख्स की हार्ट अटैक से हुई मौत को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला है। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने इसे बीजेपी सरकार का ट्रैफिक टेररिज्म करार दिया है। हालांकि ट्विटर पर उन्होंने जैसे ही अपनी बात रखी लोगों ने उनको फौरन ट्रोल करना शुरू कर दिया और हर बात में राजनीति घुसाने जैसे आरोप लगाए।
नोएडा-गाजियाबाद सीमा पर रविवार शाम को गौरव शर्मा नाम के शख्स की हुई मौत का मामला एक बार फिर गर्मा गया है। इस बार सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उस घटना को लेकर बीजेपी सरकार को निशाने पर लिया है और नए मोटर व्हीकल ऐक्ट को उत्पीड़न करने वाला कानून बताते हुए यूपी सरकार से इसके नाम पर कथित उत्पीड़न बंद करने की मांग की है।
भाजपा सरकार द्वारा लागू 'ट्रैफिक टैररिज्म' के कारण नोएडा में वाहन चैकिंग के दौरान सॉफ्टवेयर इंजीनियर की हार्ट अटैक से मृत्यु बेहद दुखद घटना है. मृतक के परिवार के प्रति गहरी संवेदना!
भाजपा शासित गुजरात ने इन प्रताड़नाकारी नियमों को नकार दिया है, उप्र सरकार भी उत्पीड़न बंद करे.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 11, 2019
अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा है- "भाजपा सरकार द्वारा लागू 'ट्रैफिक टेररिज्म' के कारण नोएडा में वाहन चेकिंग के दौरान सॉफ्टवेयर इंजीनियर की हार्ट अटैक से मृत्यु बेहद दुखद घटना है। मृतक के परिवार के प्रति गहरी संवेदना! भाजपा शासित गुजरात ने इन प्रताड़नाकारी नियमों को नकार दिया है, उप्र सरकार भी उत्पीड़न बंद करे।"
दरअसल, रविवार को 34 साल के गौरव शर्मा नोएडा से अपनी कार में अपने माता-पिता के साथ गाजियाबाद जा रहे थे। तभी उनके पिता मूलचंद शर्मा के मुताबिक एक ट्रैफिक पुलिस वाले ने उनसे गाड़ी के पेपर दिखाने के नाम पर बोनट पर डंडे मारने शुरू कर दिए। जब गाड़ी साइड करके गौरव उतरे तो वहीं लड़खड़ा कर गिर पड़े। बाद में अस्पताल पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टरों के मुताबिक वे डायबिटिक थे और उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई है।
अब इस मामले को अखिलेश ने जिस तरह से ट्रैफिक टेररिज्म करार दिया है, उसके कारण ट्विटर पर उनके खिलाफ लोग तंज कस रहे हैं।
देख भाई #टोंटी_चोर.
— किरन जैन ( देशप्रेमी ) (@Jainkiranjain1) September 11, 2019
देशभर में रोजाना रैश ड्राइविंग की वजह से
417 लोग मारे जाते हैं..मतलब प्रति घंटा
लगभग 17 लोग..किसी एक का भी कोई
नाम तुझको पता हैं??. और आज जिसे
तुम लोग #ट्रैफिक_टैररिज्म" नाम दे रहो हो
मगर उसको क्या कहोगे,जिनके घरों के
रोजाना 417 चिराग बुझा दिये जाते हो?#बोलBC
एक यूजर ने कहा है कि देश में रोजाना 417 लोग रैश ड्राइविंग के चलते मारे जाते हैं और आप इसे ट्रैफिक टेररिज्म का नाम दे रहे हैं।
हार्ट अटैक से मौत और चालान का लिंक क्या है!
ये आप जैसा आक्सफोर्ड मे पढा ज्ञानी ही बता सकता है।
— Yadav ↗️ (@JaiShreeRam90) September 11, 2019
एक शख्स ने लिखा है कि हार्ट अटैक और चालान का लिंक क्या है?
मतलब हद है..
विरोध करना है तो ऊल जलूल कुछ भी बोलना है।
इन हरकतो की वजह से जनता ने आपकी लगातार दो बार जमानत जब्त करवाई है और अब उपचुनावो मे तीसरी बार कराएगी...पर आप सुधरना मत।
— Yadav ↗️ (@JaiShreeRam90) September 11, 2019
एक यूजर ने लिखा है कि विरोध करना इसलिए कुछ भी बोल रहे हैं।
शायद आप ज़मानत ज़ब्त का अर्थ ही नहीं जानते। किस मानक पर ज़मानत ज़ब्त होती है। हद है मानसिक ग़ुलामी की — कुछ भी लिख देते है।
— Udaiveersingh (@UDhakre) September 11, 2019
उदयवीर सिंह ने लिखा है कि 'शायद आप ज़मानत ज़ब्त का अर्थ ही नहीं जानते। किस मानक पर ज़मानत ज़ब्त होती है। हद है मानसिक ग़ुलामी की - कुछ भी लिख देते है।'
भारत इकलौता देश है जहां लोग नियम और कायदे से सबसे ज्यादा घबराते हैं।
— Mudit Parashari (@muditparashari3) September 11, 2019
एक यूजर ये भी लिखता है कि भारत इकलौता देश है जहां लोग नियम-कायदे से सबसे ज्यादा घराते हैं।
Up me bhi band karna Padega
— Suraj Yadav (yaduwanshi) (@SurajYa34077709) September 11, 2019
हालांकि, कुछ यूजर्स ने अखिलेश का समर्थन ये कहते हुए किया है कि यूपी में भी कम करना पड़ेगा।
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