राम मंदिर के वर्चुअल भूमि पूजन वाले बयान पर अखिल भारतीय संत समिति ने उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना, कहा- 'नालायक' बेटा
नई दिल्ली। अखिल भारतीय संत समिति ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के उस बयान पर हमला किया है, जिसमें उन्होंने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अयोध्या में भूमि पूजन के कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए करने की सलाह दी थी। अखिल भारतीय संत समिति के महासचिव स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि उद्धव ठाकरे को 'नालायक' बेटा करार देते हुए कहा, ''उद्धव ने एक कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ाई की है और आभासी (वर्चुअल) और वास्तविक के बीच अंतर को समझ नहीं सकते हैं।"
'जब इटालियन बटालियन की गोद में बैठे हो तो यही होगा'
जीतेंद्रानंद सरस्वती ने आगे कहा, ''बाप की विरासत पर नालायक बेटा बैठा हो उसे धर्म अध्यात्म की भाषा राजनीति की भाषा लगे, ये दुखद है। जब इटालियन बटालियन की गोद में बैठे हो तो यही होगा।'' उन्होंने राम मंदिर के लिए निरंतर समर्थन के लिए बाला साहेब ठाकरे की प्रशंसा की। सरस्वती ने कहा, "उनके पिता (बाला साहेब ठाकरे) बड़े व्यक्ति थे, लेकिन उद्धव एक मिशनरी स्कूल में पढ़ते थे और आभासी और वास्तविक के बीच के अंतर को नहीं समझेंगे। पृथ्वी को स्पर्श किए बिना भोमी पूजन कैसे किया जा सकता है?"
अयोध्या के पुनर्निर्माण में होगी मदद
भूमि पूजन के लिए आमंत्रित किए गए धर्मगुरु ने कहा कि इस आयोजन में आने वाले उद्योगपति अयोध्या के पुनर्निर्माण में मदद करेंगे। उन्होंने कहा, ''आज की जीर्ण अयोध्या भविष्य में भारत की आध्यात्मिक राजधानी होगी। हम भजन पूजन के बाद बदलाव की कल्पना भी नहीं कर सकते। कई उद्योगपति यहां आ रहे हैं। हम उनसे अयोध्या के पुनर्निर्माण की उम्मीद करते हैं। खंडहर, गंदगी और बंदर के खतरे से और यह रामराज्य की ओर बढ़ेगा। यही इस भूमि पूजन का उद्देश्य है।''
Recommended Video
'राम जन्मभूमि के बाद कृष्ण जन्मभूमि के साक्षी बनेंगे'
काशी और मथुरा में भी मंदिरों के भविष्य को लेकर उत्साहित जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा, "उम्मीद है, हम राम जन्मभूमि के बाद कृष्ण जन्मभूमि के साक्षी बनेंगे। काशी और मथुरा हमारे लिए अलग नहीं थे जब हमने अयोध्या का कारण लिया। हम सिर्फ अपने तीन मंदिरों को वापस चाहते थे। संघ समय-सीमा के बारे में चर्चा करेगा। एक कानूनी ढांचे के तहत लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट, सुप्रीम कोर्ट-जनादेश ट्रस्ट मंदिरों की भूमिका को हिंदू हिंदू समाज के प्रति परिभाषित करेगा और शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में समाज को मजबूत करेगा।
उद्धव ठाकरे का बड़ा बयान, कहा- सुशांत केस को महाराष्ट्र बनाम बिहार ना बनाएं