अकाली दल के नेता ने फूंका अपना ट्रैक्टर, कहा- कृषि बिल वापस ना लिए तो पीएम आवास के सामने करूंगा आत्मदाह
नई दिल्ली। संसद से केंद्र सरकार के कृषि बिलों के पारित होने के बाद किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। कृषि विधेयकों के विरोध में आज किसान संगठनो ने भारत बंद बुलाया। देश के कई राज्यों में किसानों का जमकर विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है, खास तौर पर कृषि बिलों को लेकर पंजाब और हरियाणा में किसान सड़कों पर उतरे हैं। इस बीच बीजेपी को पंजाब में अपने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
ट्रैक्टर में लगाई आग
अकाली दल के नेता दविन्दर सिंह बेहला ने कृषि बिलों के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए अपने ही ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया। इसके अलावा उन्होंने बिल वापस ने लेने की सूरत में दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास के बाहर खुद को आग लगाने की चेतावनी भी दी है। स्थानीय मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, ट्रैक्टर किसान का बेटा होता है और आज मैंने अपने बेटे को ही आग लगा दी। जब किसान के पास खेती के जमीन नहीं होगी तो ट्रैक्टर किस काम का।
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आत्मदाह की दी चेतावनी
दविन्दर सिंह बेहला ने आगे कहा, केंद्र सरकार की तरफ से जो भी बिल संसद में पास किए गए हैं, वह किसानों के खिलाफ है। अकाली दल इन विधेयकों के विरोध में आज धरना प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने आगे कहा, पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने पहले ही इस बिल के विरोध में पद से इस्तीफा दे दिया है। अब अगर केंद्र सरकार ने कृषि बिलों को वापस नहीं लिया तो मैं प्रधानमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह करूंगा।
कृषि बिल को किसानों ने बताया काला कानून
केंद्र सरकार द्वारा कृषि विधेयक लागू किए जाने के विरोध में शुक्रवार, 25 सितंबर को मेरठ जिले किसानों द्वारा जमकर विरोध किया जा रहा है। दरअसल, भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के आह्वान पर किसानों ने जिले में हाईवे पर 120 स्थानों पर जाम लगाया। इस दौरान किसानों ने जहां कृषि अध्यादेश को काला कानून बताया। वहीं, इसे समाप्त न किए जाने पर जल्द ही बड़े आंदोलन की चेतावनी दी। वहीं, केंद्र सरकार को किसान विरोधी बताते हुए किसान नेता जमकर बरसे। हाईवे पर किसानों के कब्जे के चलते हाइवे से गुजरने वाले वाहनों की रफ्तार थमी रही।
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