राफेल: कांग्रेस का मोदी सरकार पर बड़ा हमला, एके एंटनी बोले, डील सस्ती थी तो 126 के बदले 36 विमान क्यों खरीदे?
नई दिल्ली। बहुचर्चित राफेल डील को लेकर कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ हमलावर रुख अपनाए हुए है। पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने बीजेपी और पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए पूछा कि जब डील सस्ते में हो रही थी तो 126 के बजाय केवल 36 राफेल ही क्यों खरीदे? कांग्रेस ने राफेल डील के मुद्दे पर मंगलवार शाम चार बजे बड़ा खुलासा करने का दावा भी किया है।
126 राफेल खरीदने के प्रस्ताव को क्यों घटाया गया?
राफेल के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए एके एंटनी ने बीजेपी सरकार से पूछा कि 126 राफेल खरीदने के प्रस्ताव को घटाकर 36 तक ही क्यों सीमित कर दिया गया? उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के अंतिम दिनों में ही राफेल करार लगभग पूरा हो गया था। लेकिन जब 2015 में एनडीए सरकार अस्तित्व में आई, 10 अप्रैल 2015 को 36 राफेल विमान खरीदने का एकतरफा फैसला कर लिया गया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को बताना चाहिए, जब एयरफोर्स ने 126 विमान मांगे थे तो इसे घटाकर 36 क्यों कर दिया गया?
'देश की सुरक्षा के साथ समझौता किया गया'
एंटनी ने एनडीए सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यूपीए की डील को समाप्त नहीं किया जाता तो HAL को अत्याधुनिक तकनीक पाने का मौका मिल सकता था जोकि भारत ने अब गंवा दिया। उन्होंने कहा कि अब लड़ाकू विमान बनाने का अनुभव नहीं मिल पाएगा। वहीं, उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि राफेल डील में देश की सुरक्षा के साथ समझौता किया गया है।
पीएम मोदी पर बोला हमला
एके एंटनी ने कहा कि कांग्रेस की स्पष्ट मांग है कि जेपीसी इस डील की जांच करे। उन्होंने कहा कि HAL एक मुनाफा कमाने वाली कंपनी थी लेकिन मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान कंपनी ने हजार करोड़ का लोन भी अलग-अलग बैंकों से ले रखा है। उन्होंने कहा कि कानून मंत्री इस डील को 9 फीसदी सस्ता बताते हैं, वित्त मंत्री इसे 20 फीसदी सस्ता बताते हैं और वायुसेना के अधिकारी इस डील को 40 फीसदी तक सस्ता बताते हैं, तो फिर 126 राफेल क्यों नहीं खरीदे गए?
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