कांग्रेस के इन दो दिग्गज नेताओं ने ठुकराया अध्यक्ष पद का प्रस्ताव, बताई ये वजह
नई दिल्ली: कांग्रेस में राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद पार्टी में नेतृत्व को लेकर पशोपेश की स्थिति बनी हुई है। राहुल गांधी अपने रुख पर अड़े हुए हैं। वहीं इस बीच खबर आ रही है कि पार्टी के दो सीनियर नेताओं ने अध्यक्ष पद की पेशकश ठुकरा दी है। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक पूर्ल रक्षा मंत्री एके एंटनी और पार्टी महासचिव के वेणुगोपालने अध्यक्ष पद लेने से इनकार कर दिया है।
कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने ठुकराया पद
पार्टी के सूत्रों के अनुसार एके एंटनी ने स्वास्थ का हवाला देते अध्यक्ष पद स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। एंटनी गांधी परिवार के भरोसेमंद नेताओं में से एक है। वहीं दूसरी और के वेणुगोपाल ने भी पार्टी का अध्यक्ष पद लेने से इनकार कर दिया। गुलाम नबी आजाद और अहमद पटेल को नए अध्यक्ष पद तलाशने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उनसे गांधी परिवार के बाहर से किसी चेहरे को तलाश करने के लिए कहा गया था। इन दोनों ने एंटनी और केसी वेणुगोपाल को ये प्रस्ताव दिया।
राहुल गांधी ने दिया इस्तीफा
48 साल के राहुल गांधी ने पिछले महीने महीने 26 मई को आयोजित कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में इस्तीफे की पेशकश की थी। उन्होंने कहा था कि हमें अपनी लड़ाई जारी रखनी है। मैं कांग्रेस का अनुशासित सिपाही रहूंगा और निडर होकर लड़ता रहूंगा। लेकिन मैं पार्टी अध्यक्ष नहीं रहना चाहता। हालांकि 52 सदस्यीय समिति, जिसमें पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह भी शामिल थे, उन्होंने राहुल गांधी से इस तरह के कठोर कदम पर पुनर्विचार करने के लिए कहा। लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस की करारी हार हुई थी। उसे मात्र 52 सीटें मिली, जो 2014 के चुनाव से 8 अधिक हैं। वहीं बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2019 में 303 सीटें जीती और एनडीए गठबंधन को 352 सीटें मिली।
'राहुल अध्यक्ष रहेंगे'
कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बुधवार को कहा था कि राहुल पार्टी के अध्यक्ष थे, हैं और रहेंगे। सुरजेवाला का ये बयान पूर्व केंद्रीय मंत्री ए के एंटनी की अध्यक्षता में एक अनौपचारिक बैठक के बाद आया, जिसमें वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने इस साल के अंत में हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति और तैयारियों पर चर्चा की। इसके बाद हरीश रावत ने गुरुवार को कहा था कि रणदीप सुरजेवाला जी ने जो कहा है मैं उसी को दोहराता हूं कि राहुल गांधी अध्यक्ष थे, हैं और रहेंगे। देश भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की यह भावना है कि राहुल जी अध्यक्ष बने रहें। उनके नेतृत्व में कांग्रेस हार को जीत में बदल सकती है।