जानिए, अजमेर शरीफ के दीवान ने मुसलमानों से क्यों कहा- CAA से डरने की जरूरत नहीं
नई दिल्ली। एक तरफ जहां नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उत्तर भारत समेत देख के कई हिस्सों में बवाल मचा हुआ है वहीं, दूसरी तरफ अजमेर दरगाह आध्यात्मिक प्रमुख दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने सीएए का समर्थन कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। जैनुल आबेदीन ने कहा कि यह कानून किसी भी तरह से मुसलमानों के खिलाफ नहीं है, इससे किसी को डरने की जरूरत नहीं है।
कानून को लेकर फैलाया जा रहा भ्रम
एक बयान में अजमेर दरगाह प्रमुख दीवान ने कहा कि हाल ही में जिस नागरिकता संशोधन बिल को सरकार ने कनूनी अमलीजामा पहनाया है वह किसी भी प्रकार से मुसलमानों के विरूद्ध नहीं है, न ही उनकी नागरिकता को किसी भी प्रकार का खतारा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि देश की जनता शांति बनाए रखे किसी को डरने की जरूरत नहीं है। अपने बयान में सैयद जैनुल ने कहा कि देश के मुसलमानों में इस कानून को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है जिसे रोकने की आवश्यकता है।
सरकार से की ये अपील
लोगों में फैल रहे भ्रम को रोकने के लिए उन्होंने सरकार से कहा कि जनभावना और मुसलमानों का सम्मान करते हुए केंद्र सरकार को एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन करना चाहिए। यह कमेटी कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों की बात सुने, उनके डर और शिकायतों को समझे। उसके बाद एक तथ्यात्मक रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपी जाए। विरोध प्रदर्शन पर पुलिस की कार्रवाइ पर चिंता जताते हुए दीवान ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि वह पुलिस को किसी भी शिक्षण संस्थान में बल इस्तमाल करने के बारे में दिशानिर्देश जारी करे।
लखनऊ पुलिस चौकी में तोड़फोड़, संभल में जलाई बस
धारा 144 लागू होने के बावजूद नागरिकता संशोधित कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव की खबरें आ रही है। राजधानी लखनऊ में प्रदर्शनकारियों ने मधेगंज पुलिस चौकी पर हमला कर दिया। इस दौरान उन्होंने यहां जमकर तोड़फोड़ की और यहां खड़ी कई गाड़ियों में आग लगा दी। वहीं प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े हैं। बता दें कि इस घटना के बाद पूरे इलाके को पुलिस ने सील कर दिया है। इस बीच संभल में उग्र प्रदर्शन सामने आया है।