अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी ने पूरी कीं अपने पिता की चार अंतिम इच्छाएं
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी ने उनकी अंतिम इच्छा का सम्मान करते हुए उनके स्माधिस्थल की मिट्टी को 4 अलग-अलग नदियों में प्रवाहित कर दिया गया। अमित मंगलवार को परिवार के दूसरे सदस्यों के साथ ज्योतिपुर समाधि स्थल पहुंचे और पिता के समाधिस्थल की मिट्टी को विभिन्न कलशों में एकत्र किया गया। इसके बाद उनको नदियों में प्रवाहित किया गया।
पापा की ये चार इच्छाएं थीं
अमित जोगी ने बुधवार को ट्विटर पर लिखा, पापा की कविता 'वसीयत' के अनुरूप गौरेला में उनकी समाधि को मोहलाईन के मुलायम पत्तों से लपेटके,उसको महुआ,चार,चिरौंजी,तेंदू और बेल के फलों से सजाकर,और उनकी मिट्टी को उनके अंचल की दो पहाड़ी नदियों-उनकी गंगा और जमुना-नर्मदा और सोन के उद्गम में बहाकर, मैंने उनकी ये चार इच्छाएँ पूरी करीं।
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बीते हफ्ते हो गया था जोगी का निधन
छत्तीसगढ़ के पहले सीएम रहे अजीत जोगी का निधन 29 मई को हो गया था। जिसके बाद 30 मई को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार गौरेला के कब्रिस्तान में किया गया था। बता दें कि अजीत जोगी काफी समय से बीमार थे। कई दिनों से वो अस्पताल में भर्ती थे। 9 मई को अजीत जोगी जब अपने लॉन में व्हीलचेयर के पर टहल रहे थे। तो उनको कार्डियक अरेस्ट हुआ था, जिसके बाद उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ और 29 मई को उनका निधन हो गया।
राजीव गांधी के करीबी, छत्तीसगढ़ की राजनीति में रहे बड़ा नाम
अजीत जोगी पहले आईपीएस और आईएएस रहे उसके बाद राजनीति में आए। पहले मध्य प्रदेश और फिर छत्तीसगढ़ की राजनीति का वो बड़े चेहरा रहे। राजीव गांधी के चलते वो राजनीति में आए थे। 1985 में जोगी जब इंदौर के कलेक्टर थे तो कांग्रेस ने उन्हें राज्यसभा जाने का ऑफर दिया। जिसके बाद वो कलेक्टरी से इस्तीफा देकर राजनीति में चले गए।
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