बड़े बंगले से अजित डोभाल के बढ़ते कद को समझें
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। राजधानी में कहा जाता कि जिसका लुटियन दिल्ली में जितना बड़ा बंगला, उसका उतना ही बड़ा कदम होता है सरकार में। इस लिहाज से नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर (एनएसए) अजित डोभाल को हाल ही में 5 जनपथ का बंगला आवंटित हुआ है। उसमें वे शिफ्ट भी कर गए हैं। इसी बंगले में पूर्व प्रधानमंत्री आई.के. गुजराल अपने अंतिम दिनों तक रहे।
जानकार कहते हैं कि डोभाल जिस बंगले में रहने लगे हैं,उससे साफ है कि वे इस सरकार में बेहद अहम जिम्मेदारी को देख रहे हैं। वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भी बेहद खास हैं। मोदी उनकी तमाम सवालों पर राय को अहमियत देते हैं।
डोभाल के पड़ोसी सोनिया और मनमोहन
बहरहाल,अब आप खुद ही समझ सकते हैं कि डोभाल का कद इस सरकार में कितना बड़ा है। डोभाल के नए बंगले के कुछ कदमों की दूरी पर पूर्व प्रधानमंत्री डा, मनमोहन सिह रहते हैं। उसके कुछ आगे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवाल के भी बंगले हैं। राजधानी में जनपथ को सबसे खासमखास जगहों में से एक माना जाता रहा है। इधर सब आठ बैड रूम के बंगले हैं। आठ बैठरूम के बंगले कैबिनेट मंत्रियों को या पूर्व प्रधानमंत्रियों को मिलते हैं। सभी बंगले तीन एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में फैले हैं।
डोभाल के पूर्ववर्ती शिव शंकर मेनन तीन मूर्ति लेन के बंगले में रहते थे। इस बीच, केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी अकबर रोड स्थित अपने नए सरकारी आवास में हाल में शिफ्ट कर गए हैं। नए आवास में शिफ्ट करने से पहले उन्होंने यहां पर पूजा भी करवाई।