'हम कुछ विधायकों पर कार्रवाई की सोच रहे हैं...', अजय माकन ने बताया क्यों हुई राजस्थान में बगावत
'हम कुछ विधायकों पर कार्रवाई की सोच रहे हैं...', अजय माकन ने बताया क्यों हुई राजस्थान में बगावत
जयपुर, 27 सितंबर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जगह कौन लेगा, इस पर सस्पेंस बरकार है। अशोक गहलोत का खेमा और उनके विपरीत सचिन पायलट के नेतृत्व के बीच जारी खींचतानी जारी है। इन सारे मुद्दों पर कांग्रेस महासचिव अजय माकन,जो राजस्थान के लिए पार्टी के पर्यवेक्षक भी हैं, उन्होंने बात की है। अजन माकन ने बताया है कि कैसे पश्चिमी राज्य में पार्टी के लिए चीजें उथल-पुथल में बदल गई हैं। 80 से अधिक कांग्रेस विधायकों ने अलग बैठक क्यों की? इस पर अजय माकन बोले, ''मैं और मल्लिकार्जुन खड़गे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ योजना पर चर्चा की थी। लेकिन बैठक नहीं हो सकी क्योंकि बड़ी संख्या में कांग्रेस विधायकों ने अपने सहयोगी शांति धारीवाल के आवास पर समानांतर बैठक करने का फैसला किया। इस तरह की जानबूझकर की गई चूक निश्चित रूप से घोर अनुशासनहीनता पर सवाल उठाती है। हम कुछ विधायकों के खिलाफ कार्रवाई पर विचार कर रहे हैं।''
चुनाव की चल रही प्रक्रिया के बीच बगावत क्यों हुई?
कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष के चुनाव की चल रही प्रक्रिया के बीच राजस्थान में ये बगावत क्यों हुई? इस पर अजय माकन बोले, ''मैं इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता कि राजस्थान की स्थिति कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को कैसे प्रभावित करेगी। लेकिन एक पर्यवेक्षक के तौर पर मैं कह सकता हूं कि राजस्थान की स्थिति पर अब दोबारा गौर करने की जरूरत है। कांग्रेस अध्यक्ष (सोनिया गांधी ) के निर्देशानुसार हम अपनी लिखित रिपोर्ट उन्हें [सोनिया गांधी] सौंप दी है। सभी मुद्दों का फैसला कांग्रेस अध्यक्ष करेंगी।''
सचिन पायलट vs गहलोत पर क्या बोले अजय माकन?
अशोक गहलोत के वफादार विधायकों का कहना है कि सचिन पायलट सीएम नहीं बन सकते...इस पर अजय माकन ने कहा, ''राजस्थान के विधायकों ने उस प्रस्ताव पर शर्तें थोपने की कोशिश की जो कांग्रेस अध्यक्ष को अगला सीएम चुनने के लिए अधिकृत करती है। विधायकों की मांग थी कि 19 अक्टूबर के बाद सीएम का चुनाव होना चाहिए। हम सभी जानते हैं कि अशोक गहलोत कांग्रेस के चुनाव में संभावित उम्मीदवार हैं। अगर वह जीत जाते हैं और राजस्थान के सीएम पर फैसला करते हैं, तो यह हितों का टकराव होगा।''
'हम उनसे अकेले मिलना चाहते थे लेकिन वो ग्रुप के साथ आना...'
अजय माकन ने कहा, ''अशोक गहलोत विधायकों के साथ आकर बात करना चाहते थे, जबकि हमारा इरादा उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलने का था। उन्होंने यह भी मांग की कि सीएम 102 विधायकों में से एक होना चाहिए जो 2020 में गहलोत के साथ खड़े थे, (जब पायलट ने गहलोत के खिलाफ विद्रोह किया था)। हमारी स्थिति यह थी कि वे कांग्रेस विधायक दल की बैठक में जो कुछ भी कहना चाहते हैं वह हमें बता सकते हैं। लेकिन उन्होंने अलग बैठक करने का फैसला कर लिया।''