VIDEO: फ्लाइट से यात्रियों को भगाने के लिए पायलट ने तेज कर दिया AC, फिर जो हुआ...
कोलकाता। भारत में निजी विमानन कंपनियों की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। अभी कुछ दिनों पहले ही ओवर बुकिंग के चलते फ्लाइट में यात्री को बैठने नहीं दिया गया था और अब एक इससे भी ज्यादा अमानवीय व्यवहार सामने आया है। एयर एशिया इंडिया की कोलकाता से बागडोगरा जा रही उड़ान नंबर I5 582 में यात्रियों के साथ बुरा व्यवहार किया गया। मामला बुधवार (20 जून) का है। फ्लाइट में पायलट ने यात्रियों को उतारने के लिए एसी की मशीन को तेज कर दिया। एसी की मशीन का पावर हाई होने के कारण पूरे प्लेन में हवा भर गई, जिससे यात्री डर गए।
जब यात्रियों ने विरोध किया तो चालक दल सदस्यों ने उनके साथ बहस शुरु कर दी। इंडियन आयल कारपोरेशन के कार्यकारी निदेशक दीपांकर राय भी इस उड़ान में सवार थे। उन्होंने एयर एशिया के कर्मचारियों द्वारा 'गैर - पेशेवर' व्यवहार की शिकायत की। राय ने बताया कि यात्रियों को डेढ़ घंटे तक विमान में बिठाए रखा गया। इसके बाद उन्हें उतरने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो अपने ट्विटर पर शेयर किया है। उन्होंने लिखा, 'भारत में एविएशन इंडस्ट्री आज इस तरह चल रही है। यह एयरएशिया सर्विस तो खास तौर से डरावनी थी..' इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे पूरी फ्लाइट के अंदर धुआ भर गया और यात्रियों में बाहर निकलने की होड़ सी मच गए।
क्यों हुआ ये सब
फ्लाइट जैसे ही बागडोगरा पहुंची, उस वक्त वहां पर काफी बारिश हो रही थी, ऐसे में लोगों ने फ्लाइट से निकलने से इनकार कर दिया। यात्री क्रू मेंबर्स और पायलट से कुछ कहते इतने में ही पायलट ने एसी का पावर हाई कर दिया। एसी की पावर हाई होने के कारण पूरे विमान में धुंध सी छा गई और लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी।
This is the way @AirAsia choked us out for deplaning when we asked them the alternate arrangement after flight i50582 was grounded after boarding @sureshpprabhu ..
— Dipankar Ray (@dray_ioc) June 20, 2018
Avoid @AirAsia , they may choke you to death pic.twitter.com/siaSut0dMK
इतना ही नहीं कुछ महिलाओं ने उल्टी करना भी शुरू कर दिया। वहीं, इस मामले में एयर एशिया ने सफाई देते हुए कहा है कि तकनीकी खामी के कारण उड़ान में चार घंटे की देरी हुई। वहीं, पायलट द्वारा एसी तेज करने के आरोप को कंपनी ने सिरे से खारिज किया है। कंपनी का कहना है कि ज्यादा आद्रता में एयर कंडिशन चलाने पर हर विमान में ऐसी समस्या आती है।