वायु प्रदूषण: NGT का नगर निगमों को निर्देश, सड़कों की सफाई से पहले करें पानी का छिड़काव
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने कड़ा रुख अपनाया है। शुक्रवार को NGT ने राजधानी दिल्ली से सटे एनसीआर क्षेत्रों के नगर निगमों और स्थानीय निकायों को निर्देश दिया है कि वह सड़कों की सफाई से पहले पानी के छिड़काव को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर में बढ़ती सर्दी के बीच प्रदूषण का स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। कई क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता 'खराब' और उससे अधिक श्रेणी में पहुंच गई है।
शुक्रवार को दिल्ली में धुंध का गुबार छाया रहा और दिन में भी अंधेरा छाया रहा। इसके अलावा कई इलाकों में लोगों को आंखों में जलन जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है। पहले से ही कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप झेल रहे दिल्ली-एनसीआर में अब प्रदूषण लोगों का दम घोंट रहा है। इस दिशा में कड़ा कदम उठाते हुए राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने एनसीआर के नगर निगमों और स्थानीय निकायों को निर्देश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि एनसीआर में जहां हवा की गुणवत्ता का स्तर सामान्य रूप से गैर-अनुपालन योग्य है, इसके अलावा जिन शहरों में वायु गुणवत्ता 'खराब' और उससे अधिक है श्रेणी में है वहां, सड़कों की सफाई से पहले पानी के छिड़काव को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने की जरूरत है।
दिल्ली
की
Air
quality
अभी
भी
बहुत
खराब
है:
जावेड़कर
बता
दें
कि
देश
की
राजाधानी
दिल्ली
दुनिया
के
सबसे
प्रदूषित
शहरों
में
दूसरे
नंबर
है।
शुक्रवार
को
पर्यावरण
मंत्री
प्रकाश
जावड़ेकर
ने
कहा
कि
दिल्ली
में
वायु
की
गुणवत्ता
अभी
भी
बहुत
खराब
श्रेणी
में
है,
भले
ही
वहां
पराली
जलना
बंद
हो
गया
है।
केंद्रीय
प्रदूषण
नियंत्रण
बोर्ड
ने
दिल्ली
सरकार
को
नोटिस
जारी
किया,
बायोमास
जलने
और
धूल
जैसे
प्रदूषण
के
कारणों
पर
कार्रवाई
करने
के
लिए
आदेश
दिया
है।
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