उड़ान भरने वाला था विमान तभी रनवे पर जीप लेकर आया शख्स, क्षतिग्रस्त होने के बाद भी दिल्ली में हुआ लैंड
नई दिल्ली। पुणे एयरपोर्ट पर एक बड़ा हादसा होने से टल गया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एयर इंडिया की पुणे-दिल्ली फ्लाइट A321 पायलट की सूझबूझ से हादसे का शिकार होने से बच गई। दरअसल, जब फ्लाइट पुणे एयरपोर्ट से उड़ान भरने के लिए रनवे पर दौड़ रही थी तभी अचानक उसे सामने एक शख्स जीप लेकर आ गया। टक्कर से बचने के लिए प्लेन का पायलट ने तय समय से पहले ही टेकऑफ कर लिया। हालांकि प्लेन का निचला हिस्सा मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हो गया लेकिन फिर भी विमान सफलता पूर्वक दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड हो गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना शनिवार सुबह की है जब एयर इंडिया फ्लाइट A321 पुणे एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए उड़ान भर रही थी। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन के एक अधिकारी ने बताया कि प्लेन टेक ऑफ के लिए पूरी तरह से तैयार था और अपनी पूरी रफ्तार से रनवे पर आगे बढ़ रहा था। इस दौरान रनवे पर एक शख्स और जीप को देखा गया जिससे टकराते हुए प्लेन बाल-बाल बच गया। अधिकारी ने बताया की मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
जांच के निष्कर्ष तक एयर इंडिया की पुणे-दिल्ली उड़ान के चालक दल को रोस्टर से हटा दिया गया है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने उन्हें आगे की जांच के लिए तलब किया है। एयर इंडिया ने भी ट्वीट कर खुद इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा कि टेक ऑफ के दौरान चालक दल ने जीप और एक व्यक्ति को रनवे पर देखा। दुर्घटना से बचने के लिए, एक शुरुआती चक्कर लगाया। विमान बाद में सुरक्षित रूप से दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरा।
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Air
India
में
अपने
100
फीसदी
हिस्सेदारी
बेचेगी
सरकार
बता
दें
कि
घाटे
से
उबरने
के
लिए
सरकारी
विमानन
कंपनी
एयर
इंडिया
की
100
फीसदी
हिस्सेदारी
बेचने
के
लिए
सरकार
ने
बोलियां
मंगाई
हैं,
इसकी
आखिरी
तारीख
17
मार्च
2020
है,
मोदी
सरकार
की
ओर
से
सोमवार
को
प्रारंभिक
जानकारी
वाला
मेमोरंडम
जारी
कर
दिया
गया
है,
लेकिन
मोदी
सरकार
के
इस
फैसले
के
खिलाफ
अब
बीजेपी
सांसद
सुब्रमण्यम
स्वामी
ने
आवाज
उठाई
है।
एयर
इंडिया
लंबे
समय
से
घाटे
में
चल
रही
है।
इसे
2018-19
में
8,556.35
करोड़
रुपये
का
घाटा
(प्रोविजनल)
हुआ।
एयरलाइन
पर
50,000
करोड़
रुपये
से
भी
ज्यादा
का
कर्ज
है।
यही
वजह
है
कि
सरकार
एयर
इंडिया
को
बेचना
चाहती
है।
मार्च
तक
बिक्री
प्रक्रिया
पूरी
करने
की
योजना
है।