Air India:जयपुर में एक फ्लाइट ने देर से भरी उड़ान, दिल्ली में बचाई 4 लोगों की जान
नई दिल्ली- भले ही एयर इंडिया ग्रुप अपनी लेट-लतीफी के चलते कई बार यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन चुका हो, लेकिन एलायंस एयर की एक उड़ान में हुई देरी, चार लोगों की जिंदगी बचाने के काम आया है। दरअसल, शनिवार को जयपुर में एलायंस एयर के इस विमान को उड़ान भरने में इसलिए देर हुई, क्योंकि उसने वहां एक मृत महिला के शरीर से सुरक्षित निकाले गए मानव अंगों के आने का इंतजार किया, जिसे समय पर दिल्ली पहुंचाकर चार जिंदगियां बचाने में सहायता की। दरअसल, जयपुर में 49 साल की एक महिला का निधन हो गया था, जिसने अपने अंग दान कर दिए थे। उसी के शरीर से सुरक्षित रखे गए अंगों को दिल्ली में गंभीर रूप से बीमार चार मरीजों में प्रत्यारोपित किया जाना था। लेकिन, मृत शरीर से चारों अंगों को सुरक्षित निकालने का काम जल्दीबाजी में नहीं किया जा सकता था, इसलिए उसमें जितनी देर हुई, उतने देर तक यात्री भी शांत भाव से विमान तक उसके पहुंचने का इंतजार करते रहे। लेकिन, राहत की बात ये रही कि यह पूरा मिशन सौ फीसदी कामयाब रहा।
एलायंस एयर की एक फ्लाइट ने बचाई 4 जिंदगियां
दिल्ली में गंभीर रूप से बीमार चार मरीजों की जान बचाने के लिए फेफड़ों, लिवर और किडनी की जल्द से जल्द आवश्यकता थी। उनमें जयपुर में मृत हुई महिला का ये अंग प्रत्यारोपित किया जाना था। लेकिन, उसे समय रहते जयपुर से दिल्ली लाने की जिम्मेदारी एलायंस एयर कि फ्लाइट संख्या 9आई 644 को मिली और उसने अपना 4 मानव जीवन बचाने वाला यह मिशन समय पर पूरा किया। इस काम में कई एजेंसियों के बीच आपस में रहे तालमेल का भी बहुत सराहनीय योगदान रहा है। मसलन, राजस्थान के मुख्यमंत्री का दफ्तर, स्टेट ऑर्गेन एंड टिशू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन, एयरलाइंस, सीआईएसएफ और जयपुर एयरपोर्ट सबने मिलकर मृत महिला के शरीर से सुरक्षित निकाले गए अंगों को पहली फ्लाइट से दिल्ली पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। एलायंस एयर के इस विमान को शनिवार रात 8.15 में जयपुर एयरपोर्ट से रवाना होना था, लेकिन इसमें एक घंटे की ज्यादा की देरी हुई।
लेट से उड़ा विमान, लेकिन यात्री और क्रू खुश थे
जयपुर में इस विमान की बोर्डिंग समय पर हो चुकी थी और यात्री टेक ऑफ का इंतजार कर रहे थे। तभी उन्हें बताया गया कि एयर इंडिया और एलायंस एयर मैनेजमेंट ने टेक ऑफ में देरी करने का फैसला किया है। एलायंस एयर के एक अधिकारी ने बताया, 'जब विमान में बैठे यात्रियों को उड़ान में देरी के कारण का पता चला तो उन्होंने पूरे धैर्य के साथ अंगों और मेडिकल के जयपुर एयरपोर्ट पहुंचने का इंतजार किया। अंग निकालने की सर्जरी जयपुर के एक अस्पताल में हो रहा था, जो कि काफी उलझाउ था। क्योंकि, उसमें फेफड़े, किडनी और लिवर निकाले जाने थे, इसलिए देरी हो रही थी। करीब 30 मिनट में डॉक्टरों की एक टीम, पैरामेडिकल स्टाफ और दो लंग्स, एक लिवर और एक किडनी डोनर से विमान तक पहुंच गए और उसके बाद विमान ने 9.28 पर उड़ान भड़ी।'
'जीवन बचाने वाली उड़ान का हिस्सा बनने की खुशी'
एलायंस एयर की सीईओ हरप्रीत सिंह ने अपनी टीम की कोशिशों की सराहना की और कहा, 'हमें जिंदगी बचाने वाली उड़ान का हिस्सा बनने की खुशी है। एलायंस एयर का लक्ष्य सुरक्षित और कुशल संचालन से रीजनल कनेक्टिविटी बढ़ाने के साथ-साथ बिजनेस का लक्ष्य प्राप्त करने और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी निभाना है। एलायंस एयर का लगातार प्रयास है कि यह पूरी प्रतिबद्धता और ईमानदारी से राष्ट्र की सेवा करे।'