एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया ने संभाली एयरफोर्स की कमान, एयर स्ट्राइक को लेकर कही बड़ी बात
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नई दिल्ली। एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया ने सोमवार को भारतीय वायुसेना के नए प्रमुख का पदभार संभाल लिया है। उन्होंने एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ की जगह ली। बीएस धनोआ चीफ ऑफ एयर स्टाफ के पद से भी रिटायर हो गए हैं। सेवानिवृत होने से पहले धनोआ दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचे। यहां उन्होंने शहीद हुए जवानों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया से जब यह पूछा गया कि क्या भविष्य में वायुसेना एक और बालाकोट जैसी स्ट्राइक करने के लिए तैयार है तो उन्होंने कहा कि हम तब भी तैयार थे, हम अगली बार के लिए भी तैयार हैं। हम किसी भी चुनौती, किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे।
भदौरिया ने पाकिस्तान के बालाकोट आतंकी शिविर के फिर से सक्रिय होने पर कहा कि हम रिपोर्टों से अवगत हैं और जब भी आवश्यक होगा, हम आवश्यक कार्रवाई करेंगे। भदौरिया ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के भारत को परमाणु युद्ध की चेतावनी देने पर कहा कि यह परमाणु हमलों के बारे में उनकी समझ है। हमारी अपनी समझ है, अपना विश्लेषण है। हम किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे।
वायुसेना के सबसे बेतरीन पायलटों में से एक हैं आरकेएस भदौरिया
एयर वाइस चीफ एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया भारतीय वायुसेना के सबसे बेहतरीन पायलटों में से एक हैं। इन्होंने अब तक 26 प्रकार के लड़ाकू और परिवहन विमानों को उड़ाया है। इसमें राफेल भी शामिल है। आरकेएस भदौरिया फ्रांस के साथ हाल में हुई 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद की डील में टीम का हिस्सा थे। वह राफेल खरीद टीम के चेयरमैन रहे हैं। बता दें, उन्हें वायुसेना के नए चीफ बनाने की घोषणा 19 सितंबर को की गई थी।
Air Chief Marshal Rakesh Kumar Singh Bhadauria, took over as 26th Chief of the Indian Air Force today.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) September 30, 2019
He was commissioned into the fighter stream of IAF in Jun 1980. pic.twitter.com/9xH01idY1s
स्वॉर्ड ऑफ ऑनर पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं भदौरिया
आरकेएस भदौरिया नेशनल डिफेंस अकादमी, पुणे से ट्रेनिंग ली है। साथ ही बांग्लादेश के कमांड एंड स्टाफ कॉलेज से डिफेंस स्टडीज में मास्टर डिग्री हासिल की है। उन्हें 15 जून 1980 में वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन दिया गया था। उनको प्रतिष्ठित स्वॉर्ड ऑफ ऑनर पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। वायुसेना में अभी तक उनका सफर शानदार रहा। उन्होंने 26 तरह के फाइटर और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ाने में महारत हासिल है। उनको 4250 घंटे तक फाइटर विमान और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ाने का अनुभव है।