बालाकोट एयर स्ट्राइक पर वायु सेना प्रमुख बोले- राफेल विमान होता तो और शानदार रिजल्ट मिलते
नई दिल्ली। वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा कि बालाकोट में हुए एयर स्ट्राइक में तकनीक भारत के पक्ष में थी जिसके जरिए हमने सटीकता के साथ हथियारों का इस्तेमाल कर सके। बाद में हम बेहतर हुए क्योंकि हमने अपने मिग-21, बाइसन और मिराज-2000 विमानों को उन्नत बनाया था। धनोवा ने कहा कि एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने 27 फरवरी को भारतीय सैन्य ठिकानों के खिलाफ जंग छेड़ी तो क्या वे अपने उद्देश्य में सफल हुए?
धनोआ ने कहा कि जवाब साफ है कि नहीं। बालाकोट में हमने अपना उद्देश्य हासिल करने के लिए हमला किया था। भविष्य की एयरोस्पेस शक्ति और प्रौद्योगिकी के प्रभाव पर एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए बीएस धनोआ ने कहा कि यदि समय पर राफेल लड़ाकू विमान मिल जाते तो परिणाम देश के और अधिक पक्ष में होते।
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बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिल पर हुए आंतकी हमले के बाद ठीक 14 दिन बाद 26 फरवरी को भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ट्रेनिंग ठिकानों का निशाना बनाया था। इसके बाद पाकिस्तान ने भी पलटवार किया था लेकिन भारतीय वायुसेना ने खदेड़ दिया था। इस दौरान भारत का मिग-21 बाइसन विमान भी क्रैश हो गया था लेकिन इससे पहले वो पाकिस्तान के एफ-16 विमान को मार गिरा चुका है।
जम्मू-कश्मीर में के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थिति आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इस हमले में सीआरपीएफ के कुल 40 जवान शहीद हुए थे। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति काफी बढ़ गई थी।
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