रिश्वत मामला: एयर एशिया के CEO टोनी फर्नांडीस और चेयरमैन मेरानुन की बढ़ी मुश्किलें, पद से हटाए गए
नई दिल्ली। 50 मिलियन डॉलर की रिश्वत के आरोपों का सामना कर रहे एयर एशिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) टोनी फर्नांडीस और चेयरमैन कमरुद्दीन मेरानुन की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। एयर एशिया ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दोनों अधिकारियों को फिलहाल 2 महीने के लिए पद से हटाया गया है। इन पर आरोप है कि यूरोप की एयरोस्पेस कंपनी एयरबस ने एक ऑर्डर हासिल करने के लिए 50 मिलियन डॉलर की रिश्वत दी थी।
गौरतलब है कि टोनी फर्नांडीस और कमरुद्दीन मेरानुन पर रिश्वत लेने के आरोप के बाद से हंगामा मचा हुआ है। अधिकारियों पर लगे आरोपों की जांच ब्रिटेन के सीरियस फ्रॉड ऑफिस (एसएफओ) कर रहा है। बता दें कि एयरोस्पेस कंपनी एयरबस पर पहले से ही फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका में भ्रष्टाचार के मामले दर्ज हैं। एयरबस ने इन मामलों को खत्म करने के लिए 3.6 अरब यूरो (2,830 करोड़ रुपये) देने का ऑफर दिया था।
2018
में
दर्ज
हुआ
लॉन्ड्रिंग
का
केस
बता
दें
कि
प्रवर्तन
निदेशालय
ने
एयर
एशिया
और
कंपनी
के
अधिकारियों
के
खिलाफ
नी
लॉन्ड्रिंग
रोकथाम
अधिनियम
के
तहत
साल
2018
में
केस
दर्ज
किया
था।
बता
दें
कि
एयर
एशिया
पर
सरकारी
नीतियों
को
गलत
ढंग
से
प्रभावित
करने
की
कोशिश
करने
का
आरोप
है।
गौरतलब
है
कि
सरकारी
नियमों
के
अनुसार
जिस
एयरलाइन
के
पास
कम
से
कम
5
वर्ष
का
अनुभव
और
20
विमान
होता
है
उसे
ही
इंटरनेशनल
ऑपरेशन
के
लिए
लाइसेंस
दिया
जाता
है।
एयर
एशिया
पर
आरोप
है
कि
उसने
भारतीय
अनुषंगी
एयर
एशिया
इंडिया
लिमिटेड
को
अंतरराष्ट्रीय
लाइसेंस
दिलाने
के
लिए
नियमों
को
तोड़ा
है।
प्रवर्तन
निदेशालय
ने
इस
मामले
में
एयर
एशिया
के
सीईओ
टोनी
फर्नांडिस,
डायरेक्टर
आर
वेंकटरमन
सहित
कुछ
सरकारी
अधिकारियों
के
खिलाफ
केस
दर्ज
किया
है।
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