असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- 'माशाअल्लाह मोदी है तो हर नामुमकिन-मुमकिन है', जानिए क्या है वजह
नई दिल्ली। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) की तरफ से जारी आंकड़ों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए ट्वीट में कहा, 'माशाअल्लाह मोदी है तो हर नामुमकिन-मुमकिन है।' दरअसल आईएमएफ ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के सालाना शिखर सम्मेलन में एक रिपोर्ट जारी की है। जिसमें उसने भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में बढ़त दर महज 4.8 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
IMF ने क्या कहा?
उसने भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़त के अनुमान को काफी घटा दिया है। आईएमएफ ने कहा कि उसे दुनिया के ग्रोथ अनुमान को भी इसलिए घटाना पड़ा क्योंकि भारत और उसके जैसे अन्य उभरते देशों में इस वक्त सुस्ती बनी हुई है। एक समाचार वेबसाइट से बातचीत में आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने कहा कि वैश्विक बढ़त के अनुमान में 80 फीसदी गिरावट के लिए भारत ही जिम्मेदार है।
भारत का आर्थिक वृद्धि दर अनुमान घटा
उन्होंने कहा कि साल 2019 के लिए आईएमएफ ने वैश्विक विकास 2.9 फीसदी और 2020 के लिए 3.3 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। जो कि अक्टूबर के अनुमान से 0.1 फीसदी तक कम है। इसमें अधिकांश हिस्सा भारत के लिए हमारे डाउनग्रेड से आता है, जो दोनों वर्षों के लिए काफी जरूरी था। भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़त के अनुमान को घटाने पर गोपीनाथ ने कहा कि मुख्य रूप से गैर-बैंकिंग वित्तीय क्षेत्र में नरमी तथा ग्रामीण क्षेत्र की आय में कमजोर वृद्धि के कारण भारत का आर्थिक वृद्धि दर अनुमान कम किया गया है। उन्होंने कहा कि वहीं दूसरी तरफ चीन का आर्थिक वृद्धि दर 2020 में 0.2 फीसदी बढ़कर 6 फीसदी रहने का अनुमान है। यह अमेरिका के साथ व्यापार समझौते के प्रभाव को बताता है।
कितनी रहेगी भारत की जीडीपी?
आईएमएफ ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए भारत के आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 4.8 फीसदी कर दिया है। आईएमएफ ने 2021 में विकास दर 6.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। अब अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने एक बार फिर चालू वित्त वर्ष के लिए भारतीय जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को 160 आधार अंक यानी 1.6 फीसदी घटा दिया है। साथ ही, वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 120 आधार अंक यानी 1.20 फीसदी घटाकर 7 फीसदी से 5.8 फीसदी कर दिया गया है।
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चिदंबरम ने सरकार पर साधा निशाना
वहीं, इस अनुमान के बाद कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा, 'मैंने ट्वीट किया है अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से रियलिटी चेक। 2019-20 में वृद्धि 5% से कम 4.8% होगी। यहां तक कि 4.8% भी कुछ विंडो ड्रेसिंग के बाद है। अगर यह और भी कम हो जाए तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा। आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ नोटबंदी की सबसे पहले निंदा करने वालों में से एक थी। मुझे लगता है कि हमें आईएमएफ और डॉ. गीता गोपीनाथ पर सरकार के मंत्रियों के हमले के लिए खुद को तैयार कर लेना चाहिए।'
दुनिया की विकास दर हुई धीमी, तो IMF ने इस वजह से भारत को ठहरा दिया जिम्मेदार