AIIMS के डायरेक्टर ने दी राहत की खबर, जनवरी तक 2 वैक्सीन को मिल सकता है इमरजेंसी अप्रूवल
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संकट के बीच लोगों को कोविड-19 का बेसब्री से इंतजार है। गत शुक्रवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोरोना वायरस वैक्सीन पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, इस बैठक में कोविड-19 वैक्सीन को भारत में मंजूरी और वितरण को लेकर कई अहम बिंदुओं पर मंथन हुआ। पीएम मोदी की आल पार्टी मीटिंग के बाद दिल्ली एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने बड़ी राहत की खबर दी है। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि अगले साल जनवरी तक भारत में दो वैक्सीन को इमरजेंसी (आपातकाल) इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल सकती है।
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डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कोरोना वायरस महामारी पर बात करते हुए कहा कि जल्द ही देश को कोविड-19 वैक्सीन की सौगात मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि हमें देश में 100 फीसदी लोगों को वैक्सीन लगाने की जरूरत नहीं है। सिर्फ 50 से 60 प्रतिशत लोगों में टीकाकरण होने के बाद कोरोना वायरस का असर अपने आप कम हो जाएगा। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि भारत वैक्सीन का ट्रायल अपने अंतिम चरण में है, साल के अंत या जनवरी, 2021 में दो वैक्सीन को इमरजेंसी अप्रूवल मिल जाना चाहिए। इन वैक्सीन का इस्तेमाल आपातकाल स्थिति में मरीजों पर किया जाएगा।
डॉक्टर गुलेरिया ने आगे कहा, 'भारत में वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद इसके टीकाकरण का काम भी एक सप्ताह में शुरू हो जाएगा। यह काम वैक्सीन बूथ के जरिए पूरा किया जाएगा। भारत में वैक्सीन सबसे पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी जाएगी। इसके हल्के साइडइफेक्ट हो सकते हैं, हालांकि टीके का असर कब तक रहेगा अभी कुछ कहा नहीं जा सकता।' उन्होंने आगे कहा कि भारत में ट्रायल के अंतिम चरण में मौजूद दो वैक्सीन को आपातकाल में इस्तेमाल करने के लिए मंजूरी मिल सकती है। वैक्सीन को अनुमति मिलने के बाद भारत में भी टीका लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
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