पत्नी ने RTI दाखिल कर मांगी जानकारी, 'मेरे पति की सैलरी कितनी है, वे नहीं बताते हैं'
आगरा। सूचना अधिकार अधिनियम के तहत मुकदमों और आवेदन पत्रों की जानकारी ही नहीं, बल्कि पारिवारिक विवाद से लेकर पति-पत्नी की सैलरी तक की जानकारी ली जा रही है। व्यक्तिगत मामलों में सूचना देने से इनकार किया जा रहा है। वहीं, पति-पत्नी के मामलों में सूचना देने से पहले मामले की पड़ताल की जा रही है। आगरा में ऐसा ही एक मामला सामने आया है।
महिला का अपने पति से विवाद चल रहा
एक महिला का अपने पति से विवाद चल रहा है। महिला का आरोप है कि पति खर्च के लिए पैसे नहीं दे रहा है। महिला ने इसके लिए सूचना अधिकार के तहत जानकारी मांगी है कि पति की सैलरी कितनी है, किस बैंक खाते में ये सैलरी आती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस साल जनवरी से लेकर अगस्त तक सूचना अधिकार के तहत पुलिस से तकरीबन 1500 लोगों ने सूचना के लिए आवेदन दाखिल किया। इनमें से 400 ऐसे थे जिनमें व्यक्तिगत जानकारी मांगी गई थी।
RTI के जरिए मांगी जा रही निजी जानकारियां
इनमें 50 फीसदी को सूचना देने से इनकार कर दिया गया जबकि मामले लंबित बताए जा रहे हैं। दूसरा मामला है, परिवार परामर्श केंद्र में एक महिला का ससुरालियों से विवाद चल रहा है। काउंसलिंग में दोनों पक्षों ने शिकायत दर्ज कराई है। अब सास और बहू सूचना मांग रही हैं कि अब तक काउंसलिंग में क्या-क्या कार्रवाई हुई। मथुरा में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां एक व्यक्ति ने जानकारी मांगी है कि आगरा से रिटायर हुए एक पुलिसकर्मी को कितनी पेंशन मिल रही है।
पड़ोस के लोगों के बारे में भी मांगी जा रही जानकारियां
आवेदक ने सूचना मांगने का कारण और जिसके बारे में सूचना मांगी है, उससे संबंधों का खुलासा नहीं किया है। नाई की मंडी इलाके में एक व्यक्ति ने जानकारी मांगी है कि उसी इलाके में रहने वाले व्यक्ति का आपराधिक इतिहास क्या है। उसे कितनी बार जनप्रतिनिधि ने छुड़वाया है। उक्त व्यक्त के बारे में ये भी कहा गया है कि उसने गालीगलौज की थी, जिसकी शिकायत यूपी 100 पर की गई थी, इस मामले में क्या कार्रवाई हुई?