Coronavirus के खिलाफ जंग में ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग जरूरी: कांग्रेस की बैठक में बोले पूर्व पीएम मनमोहन सिंह
नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस से जंग जीतना है तो COVID-19 की टेस्टिंग आक्रामक स्तर पर की जानी चाहिए। कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में पार्टी सलाहकार समूह की एक ऑनलाइन बैठक का वीडियो जारी किया है जिसमें पूर्व पीएम कोरोना टेस्टिंग पर चर्चा कर रहे हैं। वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, पर्याप्त जांच नहीं होने की वजह से देश में समस्या बढ़ रही है।
कांग्रेस द्वारा जारी किए गए इस वीडियो में सलाहकार समूह के विभिन्न नेताओं के विचारों को शेयर किया गया है। उन्होंने प्रवासी मजदूरों के संबंध में मानवता, संरक्षण और आर्थिक सुरक्षा के विषय पर भी जोर दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि भारत में परीक्षण की मात्रा को तीन गुना करने की क्षमता है। उन्होंने आगे कहा, अगर हमें जनसंख्या के 1% की सीमा तक पहुंचना है, तो हमें 10 मिलियन परीक्षणों जैसे उपाय करने होंगे।
बता दें कि इससे पहले पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते पर रोक लगाने के फैसले का विरोध किया था। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई एक बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि ऐसे मुश्किल वक्त में केंद्रीय कर्मचारियों और सैनिकों पर डीए कटौती का फैसला थोपना जरूरी नहीं है। सरकार को वेतन भत्ते में कटौती के अलावा बुलेट ट्रेन और अन्य फिजूलखर्ची वाली योजनाओं पर रोक लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस वक्त हमें उन कर्मचारियों के साथ खड़े होना चाहिए जिनके भत्ते काटे गए हैं।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में कटौती के मोदी सरकार के फैसले की कड़ी आलोचना की है। राहुल ने ट्वीट कर लिखा- लाखों करोड़ की बुलेट ट्रेन परियोजना और केंद्रीय विस्टा सौंदर्यीकरण परियोजना को निलंबित करने की बजाय कोरोना से जूझ कर जनता की सेवा कर रहे केंद्रीय कर्मचारियों, पेंशन भोगियों और देश के जवानों का महंगाई भत्ता (DA)काटना सरकार का असंवेदनशील तथा अमानवीय निर्णय है।
वहीं बैठक में सांसद राहुल गांधी ने कहा कि बुलेट ट्रेन और सेंट्रल विस्टा सौंदर्यीकरण परियोजना में फालतू के खर्चे किए जा रहे हैं। इसको रोकने के बजाए सरकार आम वर्ग से पैसा वसूल रही है। पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भी मोदी सरकार के इस फैसले की आलोचना की है। आपको बता दें कि कांग्रेस ने लॉकडाउन और कोरोना महामारी को देखते हुए एक सलाहकार समिति का गठन किया है। इस कमेटी में 11 सदस्य हैं, जबकि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इसकी अध्यक्षता कर रहे हैं।
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