गुजरात में रैली से लौट रहे दलितों पर हमला, 26 गिरफ्तार
अहमदाबाद: गुजरात के ऊना में एक बार फिर दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा दलित वर्ग के लोगों को पीटे जाने का मामला सामने आया है। सोमवार को ऊना में आयोजित 'दलित गौरव मार्च' से लौटते वक्त सौराष्ट्र क्षेत्र के गिर सोमनाथ जिले के दो गांवों में दूसरे समुदाय के लोगों ने दलितों को रोककर उनपर हमला किया।
इस हमले में 4 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उपद्रवियों की भीड़ को रोकने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की और आंसू गैस के गोले भी छोड़े।
'पुलिस ने नहीं दिखाई गंभीरता'
वहीं दलितों का कहना है कि पुलिस ने उन्हें हमलावरों से बचाने में खास गंभीरता नहीं दिखाई। इस मामले में अभी तक 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि उन्होंने उपद्रवियों की भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया।
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दलितों पर हमले की एक घटना समतेर गांव में हुई। ऊना में दलितों पर हुए हमले के आरोपियों में से सबसे ज्यादा इसी गांव के हैं। जबकि दूसरी घटना रामेश्वर पटिया गांव में हुई। ऊना निवासी बाबूभाई सरवैया ने बताया कि सवर्ण वर्ग के लोगों ने उनके ऊपर सुनियोजित तरीके से हमला किया।
भीड़ को रोकने के लिए 6 राउंड हवाई फायरिंग
जूनागढ़ रेंज के आईजी ब्रजेश झा ने बताया कि समतेर गांव में पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए 6 राउंड हवाई फायरिंग की। इसके अलावा दोनों गांवों में 10 से ज्यादा आंसू गैस के गोले छोड़े गए। फिलहाल हालात पूरी तरह पुलिस के नियंत्रण में हैं।
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आयोजित किया गया था दलित गौरव मार्च
गौरतलब है कि ऊना में 11 जुलाई को गौ रक्षकों द्वारा दलित युवकों की पिटाई के बाद प्रदेश भर में दलितों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। इसी क्रम में ऊना में सोमवार को दलित गौरव मार्च आयोजित किया गया था।
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हाल के दिनों में दलितों पर हमले की घटनाओं को लेकर खुद प्रधानमंत्री ने बयान दिया था कि देश में 80 फीसदी गौ-रक्षक फर्जी हैं, जो गौ-रक्षा के नाम पर अपनी दुकान चलाते हैं।