Article 370 हटने के बाद पहली बार कई केंद्रीय मंत्रियों का दल करेगा J&K का दौरा, लिस्ट में ये सारे मंत्री शामिल
नई दिल्ली- इसी हफ्ते कई केंद्रीय मंत्री जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जा रहे हैं। पिछले साल 5 अगस्त को आर्टिकल-370 खत्म किए जाने के करीब साढ़े 5 महीने बाद ये पहली बार हो रहा है कि 36 केंद्रीय मंत्री नए केंद्र शासित प्रदेश के दौरे पर जा रहे हैं। इस दौरान केंद्रीय मंत्री करीब एक हफ्ते तक प्रदेश में रहेंगे और सभी के लिए अलग-अलग क्षेत्रों और जिलों में जाने का कार्यक्रम तय किया गया। ये मंत्री वहां जाकर प्रदेश के विकास के लिए केंद्र सरकार की ओर से पिछले पांच महीनो में उठाए गए कदमों की जानकारी देंगे। मोदी सरकार की ओर से इस तरह से मंत्रियों को वहां भेजना राजनयिक और कूटनीतिक नजरिए से बहुत बड़ा पहल माना जा रहा है। 36 केंद्रीय मंत्रियों का ये पूरा दौरान 18 जनवरी से 25 जनवरी तक चलेगा।
एक हफ्ते के लिए जम्मू-कश्मीर जाएंगे केंद्रीय मंत्री
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटने और जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के दो केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद पहली बार कुछ केंद्रीय मंत्री वहां के दौरे पर जा रहे हैं। इस दौरान वे हफ्ते भर तक वहीं रहेंगे और अलग-अलग जिलों में जाकर सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में वहां के लोगों को बताएंगे। मंत्रियों को सलाह दी गई है कि वे, 'लोगों को उनके मंत्रालयों की ओर से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के लिए लागू की गई या लागू की जाने वाली योजनाओं/ प्रोजेक्टस के बारे में जानकारी दें।' बता दें कि 18 जनवरी से लेकर 25 जनवरी के बीच एक हफ्ते तक ये मंत्री जम्मू और कश्मीर डिविजन के अलग-अलग जिलों में जाएंगे और लोगों को केंद्र सरकार की नीतियों और योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे। जानकारी के मुताबिक इस सिलसिले में उन्हें वहां से जुड़े बैकग्राउंड मरेरियल भी भेज दिए गए हैं।
गृहमंत्रालय की ओर से प्रदेश के मुख्य सचिव भेजी गई चिट्ठी
केंद्रीय मंत्रियों के जम्मू-कश्मीर दौरे के बारे में केंद्रीय गृहराज्य मंत्री जी कृष्ण रेड्डी की ओर से केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम को भेजी गई चिट्ठी में इस यात्रा के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। रेड्डी की ओर से लिखे गए खत में कहा गया है कि 'माननीय श्री अमित शाह जी ने इच्छा जताई है कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सभी सदस्यों को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर का एक बार दौरा करना चाहिए। ये दौरा इस उद्देश्य के साथ होना चाहिए ताकि वहां के चहुमुखी विकास के मद्देनजर सरकार की नीतियों और उसके लिए उठाए गए कदमों की वहां के लोगों तक जानकारियां पहुंच सके। इसमें इस बात पर जोर डाला गया है कि आर्टिकल 370 हटाने और दो केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद भारत सरकार ने पिछले पांच महीनों में वहां के विकास के लिए क्या-क्या महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।'
जम्मू-कश्मीर जाने वाले मंत्री कौन-कौन?
कार्यक्रम के मुताबिक गृह राज्यमंत्री रेड्डी खुद 22 जनवरी को गांदरबल और 23 जनवरी मनिगाम में रहेंगे। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद 24 जनवरी को बारामूला के सोपोर में रहेंगे। वहीं महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी 19 जनवरी के रियासी जिले के कटरा और पंथाल इलाके में रहेंगी। जनरल (रि) वीके सिंह का 20 जनवरी को उधमपुर के टिकरी जाने का कार्यक्रम है और अगले दिन किरेन रिजिजू जम्मू के सुचेतगढ़ की यात्रा करेंगे। आरके सिंह डोडा जिले के खेल्लानी जाएंगे तो श्रीपद नायक श्रीनगर के एसकेआईसीसी में एक बैठक करेंगे। इनके अलावा जिन मंत्रियों के वहां जाने का कार्यक्रम है उनमें अनुराग ठाकुर, गिरिराज सिंह, प्रह्लाद जोशी, रमेश पोखरियाल निशंक, रेणुका सिंह, जितेंद्र सिंह और पीयूष गोयल का नाम भी शामिल है, जो इस दौरान अलग-अलग जिलों में जाएंगे।
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