ED की पूछताछ के बाद फारूक अब्दुल्ला का बड़ा बयान
नई दिल्ली- प्रवर्तन निदेशाल की ओर से की गई पूछताछ के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने एक तरह से जांच को आगे ले जाने की चुनौती दे डाली है। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े स्कैम के सिलसिले में बुधवार को ईडी ने उनसे अपने चंडीगढ़ स्थित दफ्तर में लंबी पूछताछ की है। इस दौरान अब्दुल्ला ने कहा है कि वे बेकसूर हैं।
मैं गलत नहीं- अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के चीफ फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को चंडीगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में पेश होकर जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन में हुई वित्तीय घोटाले के केस में अपना बयान दर्ज कराया है। ईडी के द्वारा हुई पूछताछ के बाद उन्होंने दावा किया कि, 'मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है, मैं जांच के लिए तैयार हूं।'
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सीबीआई भी कर चुकी है अब्दुल्ला से पूछताछ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें बुधवार को 12.30 बजे 113 करोड़ रुपये के इस घोटाले के संबंध पेश होने के लिए बुलाया था। इस घोटाले के सिलसिले में सीबीआई भी उनसे जनवरी, 2018 में पूछताछ कर चुकी है और वही जांच अभी भी जारी है। उनसे बुधवार को भी ईडी के अधिकारियों ने लंबी पूछताछ की है।
क्या है मामला?
दरअसल, 2015 में जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट ने 113 करोड़ रुपये के इस घोटाले की जांच यह कहकर सीबीआई को सौंपी थी कि पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला जैसी बड़ी शख्सियत का नाम होने के चलते राज्य पुलिस इसकी जांच करने में असफल रही है। इस केस में अब्दुल्ला और तीन अन्य के खिलाफ पिछले वर्ष जुलाई में आरोप पत्र भी दायर किया गया था। इन चारों आरोपियों अब्दुल्ला, तत्कालीन जेकेसीए महासचिव मोहम्मद सलीम खान, तत्कालीन कोषाध्यक्ष अहसान अहमद मिर्जा और जे एंड के बैंक के एक कर्मचारी बशीर अहमद मिसगर पर दंड संहिता के तहत आपराधिक साजिश और विश्वासघात के आरोप लगाए थे। आरोप पत्र उस अनुदान से 43.69 करोड़ रुपये से अधिक की राशि के गबन के लिए दायर किया गया था, जो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा 2002 से 2011 के बीच जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ (जेकेसीए) को राज्य में खेल को बढ़ावा देने के लिए दिया गया था।
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