शबनम के बाद अब 42 बच्चों को मारने वाली इन दो बहनों को हो सकती है फांसी, जानें पूरा मामला
शबनम के बाद अब 42 बच्चों को मारने वाली इन दो बहनों को हो सकती है फांसी, जानें पूरा मामला
नई
दिल्ली
।
यूपी
के
अमरोहा
में
आज
से
20
साल
पहले
अपने
परिवार
के
7
सदस्यों
को
अपने
प्रेमी
के
साथ
मिलकर
कुल्हाड़ी
से
हत्या
करने
वाली
शबनम
को
अब
जल्द
ही
मथुरा
में
फांसी
हो
जाएगी।
वहीं
अभी
भी
भारत
में
तीन
सीरियस
किलर
महिलाएं
जिनकी
फांसी
का
इंतजार
हो
रहा
है।
इनमें
से
तो
एक
लड़की
है
जिसने
अपने
पिता
और
परिवार
के
8
लोगों
को
मौत
के
घाट
उतार
दिया
था।
वहीं
दो
अन्य
हत्यारी
वो
बहनें
हैं
जिन्होंने
एक-एक
करके
42
बच्चों
की
निर्मम
हत्या
कर
दी
थी।
आइए
जानते
हैं
इन
तीनों
अपराधी
महिलाओं
का
जघन्य
अपराध
जिनकी
वजह
से
हर
कोई
इनको
जल्द
से
जल्द
फांसी
पर
लटकना
देखना
चाहता
है।
इन तीन महिलाओं को दी जानी है फांसी
इन सभी महिलाओं ने अपराध किया वो इतने संगीन और भयावह थे कि इनकी दया याचिकाओं को राष्ट्रपति ने पहली बार में ही रद्द कर दिया था। इन तीन महिलाओं में हरियाणा की सोनिया और महाराष्ट्र की रेणुका और सीमा हैं। हरियाणा की सोनिया ने पपर्टी के लालच में अपने विधायक पिता रेलूराम की23अगस्त 2021 में हत्याकर दी थी। सोनिया ने अपनेपति संजीव के साथ मिलकर पिता और अपने परिवार के 8 लोगों की हत्या की थी।
इन दो सगी बहनों को हो सकती है अगली फांसी
बता दें अन्य दो सीरियस किलर महिलाएं जो अपने गुनाहों की सजा जेल में काट रही है। उन्हें भी सभी जल्द से जल्द लोग फांसी पर लटकते हुए देखना चाहते हैं। दरअसल, पुणे की रेणुका और सीमा दो सगी बहने हैं जिन्होंने 24 सालों से पुणे के यरवदा जेल में अपने गुनाहों की सजा काट रही हैं। यरवदा वो ही जेल है जहां पर अंतकवादी कसाब को जेल में बंद किया गया था। बड़ी रेणुका और छोटी बहन सीमा इस जेल में फांसी से पहले अपने गुनाहों की सजा काट रही हैं। इन दोनों बहनों ने 42 बच्चों की हत्या की थी जिसमें से 06 हत्याओं के मामले साबित हो गए।
इन दोनों ने मां के साथ किया था ये जघन्य अपराध
इन दो बहनों ने जो हत्याएं की उसमें दोनों की मां अंजना गावित भी शामिल थी जिसकी मौत जेल में हो चुकी है। इन दोनों की मां अंजना गावित नासिक निवासी थी और ट्रक ड्राइवर से प्यार में भागकर पुणे आ गई. दोनों की एक बेटी रेणुका ने जन्म दिया और प्रेमी ट्रक ड्राइवर पति ने अंजना को छोड़ दिया। इसके बाद मां अंजना ने एक रिटायर्ड सैनिक मोहन से शादी कर ली इससे दूसरी बेटी सीमा हुई लेकिन उसके साथ भी इनकी मां की बनी नहीं और बच्चों की चोरी करने लगी और बाद में अपनी मां के साथ बच्चियों ने चोरियां करने लगी।
बच्चों के मारने के लिए इन्होंने ये दिल दहला देने वाले तरीके अपनाएं
बच्चों की चोरी कर उन्हें लेकर ये उन्हें रुला कर भीख मांगती थीं और न रोने पर उन्हें जमीन पर पटक कर मार देती थी। ऐसे ही करके इन महिलाओं ने 42 मासूमों की जान ले ली थी। कई सालों तक गिरोह का पर्दाफाश नहीं हुआ ये बड़े बच्चों को चुराती उससे चोरी करवाती और जब बच्चा काम का नहीं रहता तो उसे मार देतीं थी। इनमें इन्होंने जमीन पर पटक-पटक कर मारा था। इन्होंने बच्चों को मारने के दिल दहला देने वाले तरीके अपनाएं।
इनको फांसी की सजा सुनाई गई
इन मां बेटियों ने 1990 से लेकर 1996 तक छह साल में उन्होंने 42 बच्चों की निर्मम हत्या की। महाराष्ट्र में ये खबर खूब सुर्खियां बनी थी ये खबर सुनकर लोगों के होश उड़ गए। ये मामला दुनिया के सबसे खतरनाक और दर्दनाक मामलों में से एक था। इन्होंने ये हत्याएं 6 सालों के अंदर की जिसके कारण सीआईडी को ज्यादा सबूत नहीं मिले परंतु 13 किडनैपिंग और 6 हत्याओं के मामलों में इन तीनों का अपराध सिद्ध हुआ जिसके आधार पर इनको फांसी की सजा सुनाई गई।