
असदुद्दीन ओवैसी ओवैसी बोले- बीजेपी नूपुर शर्मा को क्यों बचा रही है? अरेस्ट करने की मांग
नई दिल्ली, 01 जुलाई: सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की याचिका को खारिज कर दिया और जमकर फटकार लगाई है। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा आपकी वजह से पूरे देश में सांप्रदायिकता की आग भड़की। कोर्ट ने नूपुर शर्मा से अपने बयान के लिए पूरे देश से माफी मांगने के लिए भी कहा। इसको लेकर अब एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रतिक्रिया दी है।

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा
हम पीएम मोदी से मांग करते हैं कि नूपुर शर्मा को गिरफ्तार किया जाना चाहिए, और कानून को अपना काम करने दें। बीजेपी उन्हें क्यों बचा रही है? बीजेपी ने एससी द्वारा गुजरात क्लीन चिट का श्रेय लिया, अब उन्हें यह देखना होगा कि नूपुर शर्मा के बारे में एससी ने क्या कहा!
मायावती ने की ये कहा इस तरह की प्रवृति पर रोक लगे
बता दें बसपा सुप्रीमों मायावती ने भी एक ट्वीट में लिखा
''माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा नूपुर शर्मा के विरुद्ध आज लिए गए सख़्त स्टैण्ड और अपने भड़काऊ बयान से देश को हिंसक माहौल में झोंकने हेतु उनसे माफी मांगने का निर्देश उन सभी के लिए ज़रूरी सबक है जो देश को साम्प्रदायिकता की आग में झोंक कर अपनी राजनीति चमका रहे हैं। साथ ही, नफरती भाषण के लिए नूपुर शर्मा के विरुद्ध एफआईआर होने के बावजूद पुलिस द्वारा उनके प्रति निष्क्रिय रवैये का भी माननीय कोर्ट द्वारा संज्ञान लेने से संभव है कि आगे इस प्रकार की प्रवृति पर थोड़ा रोक लगे।
गौरलब है कि भाजपा की तत्त्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष नूपुर शर्मा ने मोहम्मद पैगंबर पर टिप्पणी की थी। जिसके बाद देश ही नहीं दुनिया भर में बवाल मच गया था। ये मामला देश की सर्वोच्च न्यायलय तक पहुंचा और अब बीजेपी से निलंबित नूपुर शर्मा को सुप्रीम कोर्ट ने जमकर फटकार लगाई है।
सुप्रीम कोर्ट ने बोली ये बात
निलंबित भाजपा नेता की बदजुबानी की वजह से पूरे देश में आग लग गई और इसके कारण सुरक्षा को भी नुकसान पहुंचा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नूपुर शर्मा को पैगंबर मोहम्मद पर की गई अपनी टिप्पणी के लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।
गौरतलब है भाजपा से निकाली जा चुकी नूपुर शर्मा ने अपनी विवादास्पद टिप्पणी को लेकर कई राज्यों में उनके खिलाफ दर्ज सभी प्राथमिकी को जांच के लिए दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की थी। उन्होंने कहा मुझे जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं इसलिए वह अन्य राज्यों में पेशी के लिए नहीं जा सकती हैं। इसी सुनवाई के दौरान कोर्ट में जस्टिस सूर्यकांत ने नूपुर शर्मा की फटकार लगाते हुए ये बात बोली।
UP
में
27
IAS
अधिकारियों
पर
लटकी
कार्रवाई
की
तलवार,
जानिए
अब
CM
ने
क्यों
तलब
की
रिपोर्ट