सचिन पायलट की बगावत के बाद पार्टी कार्यालय से उनके पोस्टर हटाए गए
नई दिल्ली। राजस्थान कांग्रेस में चल रहे सियासी संग्राम के बीच अब ऐसा लगता है कि कांग्रेस पार्टी ने भी सचिन पायलट के खिलाफ लड़ाई का मन बना लिया है। सचिन पायलट के बागी तेवरों को देखते हुए जयपुर में कांग्रेस कार्यालय में पायलट के पोस्टर्स को हटा दिया गया है। सचिन पायलट के खुलकर बगावती तेवर दिखाए जाने के बाद पार्टी कार्यालय से उनके पोस्टर को हटा दिया गया है। बता दें कि सचिन पायलट ने कहा था कि प्रदेश में अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है, तकरीबन 30 विधायक उनके समर्थन में हैं।

दिल्ली में डेरा जमाए हैं पायलट
गौरतलब है कि सचिन पायलट पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं, जानकारी के अनुसार उनके साथ 12 विधायक भी हैं। सचिन पायलट ने कांग्रेस के विधायक दल की बैठक में भी हिस्सा नहीं लिया जोकि फिलहाल अशोक गहलोत की अध्यक्षता में चल रही है। तकरीबन 94 विधायक इस बैठक में शामिल हैं। यह बैठक जयपुर स्थित अशोक गहलोत के घर पर चल रही है।

विधायकों को जारी व्हिप
हालांकि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव अविनाश पांडे का कहना है कि 109 विधायकों का हमारे पास समर्थन है और इन विधायकों ने अशोक गहलोत की अध्यक्षता में प्रदेश सरकार पर भरोसा जताया है। इन लोगों ने सरकार के समर्थन में पत्र भी साइन करके दिए हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस की ओर से सभी विधायकों को व्हिप जारी किया गया था और विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने के लिए अनिवार्य किया गया था।

कांग्रेस का दावा, हमारे पास पूर्ण बहुमत
मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 200 सीटें हैं, जिसमे से कांग्रेस के पास 107 सीटें हैं जबकि भाजपा के पास 72 सीटें हैं। कांग्रेस के पास 13 निर्दलीय विधायकों में से 10 विधायकों का समर्थन हासिल है। राष्ट्रीय लोक दल के एक विधायक का भी पार्टी को समर्थन हासिल है। साथ ही कांग्रेस के पास भारतीय ट्राइबल पार्टी के 2 विधायक, सीपीआई के 2 विधायकों का भी समर्थन है।
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