रहमान के बाद पोकुटी का बड़ा खुलासा, कहा- 'Oscar जीतना बन गया श्राप, नहीं मिला हिंदी फिल्मों में काम'
नई दिल्ली। ऑस्कर विजेता एआर रहमान के गैंग वाले खुलासे के बाद अब साउंड डिजाइनर और एडिटर रेसुल पोकुटी ने भी अपने बारे में बड़ा खुलासा किया है, पोकुटी ने कहा है कि ऑस्कर अवॉर्ड जीतने के बाद उन्हें भी हिंदी फिल्मों में काम मिलना बंद हो गया था, कोई उन्हें काम ही नहीं देना चाहता था, आपको बता दें कि मशहूर फिल्म ' स्लमडॉग मिलेनियर' के लिए रेसुल पोकुटी ने बेस्ट साउंड मिक्सिंग का ऑस्कर अवॉर्ड अपने नाम किया था उन्होंने रिचर्ड प्रिक और इयान टैप के साथ इसे शेयर किया था।
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ऑस्कर जीतना पड़ा भारी:पोकुटी
पोकुटी ने अपनी बात ट्विटर पर लिखी है, उन्होंने फिल्ममेकर शेखर कपूर के ट्वीट पर अपनी बात कही है, दरअसल 'रेडियो मिर्ची' को दिए गए इंटरव्यू में एआर रहमान ने कहा है कि पिछले पांच सालों में उन्होंने केवल 5 फिल्में की हैं, जो कि बहुत कम है, उन्हें ऐसा महसूस होता है कि बॉलीवुड में एक गैंग है, जो उनके बारे में झूठी अफवाहें फैला रहा है, गलत बातें कर रहा है और इस कारण उन्हें कम फिल्में मिल रही हैं।
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'तुम जानते हो, तुम्हारी क्या प्रॉब्लम है ए आर रहमान'
जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए फिल्ममेकर शेखर कपूर ने Twitter पर लिखा कि ''तुम जानते हो, तुम्हारी क्या प्रॉब्लम है ए आर रहमान? तुम्हें ऑस्कर मिला.. एक ऑस्कर बॉलीवुड में मौत के जैसा है..यह साबित करता है कि आपके पास बॉलीवुड की तुलना में अधिक प्रतिभा है।''
'मेरी शक्ल देखते ही लोग कहते थे काम नहीं है'
शेखर कपूर के इस ट्वीट पर पोकुटी ने अब अपना रिएक्शन दिया है, उन्होंने ट्विटर पर लिखा, डियर शेखर कपूर, मैं भी इस दर्द से गुजर चुका हूं, मुझसे इस बारे में पूछिए, मैं तो ब्रेकडाउन की कगार पर था, ऑस्कर जीतने के बाद मुझे हिंदी सिनेमा में काम ही मिलना बंद हो गया,प्रोडक्शन हाउस मेरी शक्ल देखते ही बोलते थे कि हमें आपकी जरूरत नहीं है, जबकि रीजनल सिनेमा ने मुझे ऑस्कर जीतने के बाद पकड़े रखा, वो वक्त परेशान करने वाला और दुख देने वाला था, लेकिन मैं आज भी इंडस्ट्री से प्यार करता हूं, उस वक्त ने मुझे सपने देखने सिखाया।
मेरी पहचान मेरा भारत देश है: रेसुल पोकुटी
इतने बुरे लोगों बीच भी मुठ्ठी भर लोग ऐसे थे, जो मुझ पर भरोसा रखते थे, मैं उन्हें कैसे छोड़ सकता था, मैं चाहता तो बड़ी आसानी से हॉलीवुड में शिफ्ट हो जाता लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया क्योंकि मेरी पहचान भारत है, भारत में किए मेरे काम ने मुझे ऑस्कर जिताया, मैं #MPSE के लिए छह बार नामांकित हुआ और जीता भी, इसलिए मैंने यहां के लिए काम जारी रखा और आगे भी रखूंगा, यही मेरी पहचान है, वो सब उस काम के लिए था जो मैंने यहां किया, हर जगह आपको नीचा दिखाने के लिए लोग रहेंगे लेकिन मेरे पास मेरे लोग हैं, जिनपर मैं भरोसा करता हूं।
मैं अब 'Oscar curse' से बाहर आ चुका हूं: पोकुटी
पोकुटी ने आगे लिखा कि मैंने अपने दोस्तों और अकेडमी मेंबर्स से 'Oscar curse' के बारे में बात की, तो उन्होंने कहा कि ऐसा हर सफल लोगों के साथ होता है, जब आप दुनिया में अपने आप को सबसे आगे महसूस करते हो और फिर जब आपको पता चलता है कि लोग आपको रिजेक्ट कर देंगे, यही आपके लिए सबसे बड़ा रियलिटी चेक होता है।इसके बाद पोकुटी ने लिखा कि मेरी पोस्ट में लिखी बातों को गलत ना समझा जाए, मेरी टाइमलाइन पर मेरे ट्वीट नहीं दिख रहे हैं तो मैं उन्हें यहां पोस्ट कर रहा हूं, मैं Oscar curse से बाहर निकल आया हूं और मैंने किसी को भी काम ना दिए जाने के लिए दोषी नहीं ठहराया है और नेपोटिज्म की बहस जिस दिशा में जा रही है, ये बात भी मुझे पसंद नहीं आ रही है।
'आउटसाइडर को ग्रो नहीं करने देता मूवी माफिया गिरोह'
मालूम हो कि एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत खुलकर हिंदी सिनेमा की गुटबाजी और नेपोटिज्म के खिलाफ उतर आई हैं, उन्होंने कई मशहूर हस्तियों पर निशाना साधा है, उन्होंने भट्ट कैंप, रोशन कैंप, करण जौहर और आदित्य चोपड़ा जैसे नामचीन हस्तियों पर लोगों के करियर को बर्बाद करने का आरोप लगाया है और कहा है कि बॉलीवुड में एक मूवी माफिया गिरोह सक्रिय है, जो कि आउटसाइडर को ग्रो नहीं करने देता, कंगना के बाद सोनू निगम, एआर रहमान और अब पोकुटी ने मूवी गिरोह की बात कही है।
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