पंजाब के बाद पूरे महाराष्ट्र में भी लगाना पड़ा कर्फ्यू, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बताई ये वजह
नई दिल्ली- कोरोना वायरस के मद्देनजर पंजाब के बाद आखिरकार पूरे महाराष्ट्र में भी कर्फ्यू लगाने की घोषणा करनी पड़ी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसका ऐलान करते हुए कहा है कि उन्हें मजबूर होकर इसकी घोषणा करनी पड़ रही है, क्योंकि लोग सुनने के लिए तैयार नहीं हो रहे थे। गौरतलब है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लॉकडाउन के उल्लंघन पर भारी मायूसी जाहिर की थी और राज्य सरकारों से उचित कानूनी प्रावधानों के इस्तेमाल करने को कहा था।
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पूरे राज्य में कर्फ्यू लगाने की घोषणा करते हुए कहा है कि, 'आज मैं पूरे राज्य में कर्फ्यू की घोषणा करने के लिए बाध्य हो गया हूं। लोग सुनने के लिए तैयार नहीं थे और हम मजबूर हैं।'
सीएम ठाकरे ने ये भी जानकारी दी है कि, 'सभी जरूरी सामान जैसे कि ग्रौसरीज, दूध, बेकरी और दवा आदि की दुकानें खुली रहेंगी। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। सभी धार्मिक स्थल बंद रहेंगे। सिर्फ पुजारी और मौलवी अकेले अंदर रहेंगे और प्रार्थना करेंगे।'
महाराष्ट्र के सीएम ने ये भी कहा है कि, 'कल हमने राज्य की सीमाएं सील कर दी थीं और आज जिले की सीमाओं को भी हम सील कर रहे हैं। हम उन जिलों को चपेट में नहीं आने देना चाहते जो जिले अभी तक बचे हुए हैं।'गौरतलब है कि रविवार को केंद्र सरकार ने देश के 75 जिलों को पूरी तरह से लॉकडाउन करने को कहा था। महाराष्ट्र सरकार ने पहले ही खुद से कई जिलों को लॉकडाउन कर दिया था। लेकिन, रविवार के जनता कर्फ्यू के बाद जिस तरह से लोगों ने लॉकडाउन का उल्लंघन करना शुरू किया और देशभर से जो तस्वीरें आईं उसने प्रधानमंत्री मोदी को भी प्रतिक्रिया जाहिर करने को मजबूर कर दिया। पीएम ने लोगों से गुजारिश की थी कि लॉकडाउन को हल्के में लेने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने राज्य सरकारों से लॉकडाउन को कानूनी प्रावधानों के तहत सख्ती से पालन करवाने की सलाह भी दी थी। उसके बाद सबसे पहले पंजाब में कर्फ्यू लगाए जाने की घोषणा की गई और फिर महाराष्ट्र में भी ऐसा किया गया है।
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