पंजाब के मुख्यमंत्री के विरोध के बाद गूगल ने इस मोबाइल एप को प्ले स्टोर से हटाया
नई दिल्ली। गूगल के प्ले स्टोर पर 2020 सिख रेफ्रेंडम एप के खिलाफ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कड़ा विरोध जताते हुए गूगल से इस एप को प्ले स्टोर से हटाने की मांग की थी। जिसके बाद गूगल ने इस एप को अपने प्ले स्टोर से हटा लिया है। पंजाब के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से इस बाबत जानकारी दी गई है और कहा गया है कि गूगल ने मुख्यमंत्री की मांग को स्वीकार कर लिया है और अब यह एप स्टोर भारत में मोबाइल फोन पर उपलब्ध नहीं है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है कि इस एप के जरिए लोगों से खुद को इस एप पर रजिस्टर करने के लिए कहा जाता था और उनसे पंजाब रेफ्रेंडम 2020 खालिस्तान के लिए वोट देने के लिए कहा जाता था। इसके लिए बकायदा एक वेबसाइट भी लॉन्च की गई थी। इस एप के खिलाफ मुख्यमंत्री ने गूगल से शिकायत की थी, जिसपर कार्रवाई करते हुए गूगल ने इस एप को स्टोर से हटा लिया है, लिहाजा भारत में अब यह एप मोबाइल फोन के लिए उपलब्ध नहीं होगा।
9 नवंबर को आईजीपी क्राइम नागेश्वर राव ने इस बाबत गूगल के भारत में लीगल सेल के सामने यह मुद्दा उठाया था। गूगल ने खुद इस बात को स्वीकार किया है कि प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस अवैध रूप से देश विरोधी गतिविधियों के लिए गूगल के मंच का इस्तेमाल कर रहा है। जिसके बाद गूगल ने इस एप को स्टोर से हटा दिया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि गुरुनानक देव जी के 550 वें प्रकश पर्व को मनाने के लिए चल रहे समागमों के दौरान सिख भाईचारे को दो हिस्सों में तोड़ने के लिए आईएसआई ने यह एजेंडा शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने इस एप को देश विरोधी करार देते हुए गूगल से इसे हटाने की मांग की थी।