किसान बिल पास होने पर पी चिदंबरम ने मोदी सरकार से पूछा, क्या हुआ पुराने वादों का?
नई दिल्ली। किसानों से जुड़े तीन बिलों को आज विपक्ष के भारी हंगामे के बीच राज्यसभा में पास कर दिया गया है। लेकिन इन बिलों के पास होने के बाद भी विपक्ष का इसके खिलाफ विरोध जारी है। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने इस बिल के पास होने के बाद मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए पुराने वादों को याद दिलाया। चिदंबरम ने कहा, क्या मोदी सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा पूरा किया? क्या मोदी सरकार ने हर साल 2 करोड़ नौकरियां पैदा करने का वादा पूरा किया? क्या मंत्री और सरकार को लगता है कि किसान इतने बेवकूफ है कि सरकार के कोरे वादों पर विश्वास कर लेंगे? क्या मोदी सरकार ने सभी भारतीयों के बैंक खाते में 15 लाख रुपये डालने का वादा पूरा किया?
चिदंबरम ने कहा कृषि मंत्री का कहना है कि सरकार गारंटी देगी कि किसानों को MSP मिलेगा। निजी व्यापार आज भी होता है, लेकिन किसानों को दिया जाने वाला मूल्य MSP की तुलना में काफी कम होता है। अगर कृषि मंत्री जादुई रूप से MSP सुनिश्चित कर सकते हैं, तो उन्होंने अब तक ऐसा क्यों नहीं किया? बता दें कि जिस तरह से आज सदन में हंगामा हुआ और विपक्ष के नेता उपसभापति की वेल में घुस गए गए, कागज फाड़े उपसभापति का माइक तोड़ दिया, उसके बाद सरकार और विपक्ष आमने-सामने हैं।
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बाहुबली मोदी सरकार ने जबरन किसान बिल को पास कराया है। इससे ज्यादा काला दिन कुछ हो नहीं सकता है। देश का किसान मोदी सरकार को कभी माफ नहीं करेगा। गौरतलब है कि विपक्ष के ज़ोरदार हंगामे की बीच आज राज्यसभा ने भी कृषि बिलो को पारित कर दिया। विपक्षी दल इस बिल को लेकर सरकार की कड़ी आलोचना कर रहे हैं।
इस बीच कांग्रेस सांसद अहमद पटेल ने बताया कि यह दिन इतिहास में 'काला दिन' के रूप में याद किया जाएगा, जिस तरह से ये बिल पारित किए गए हैं, वह लोकतंत्र की हत्या के समान है। 12 विपक्षी दलों ने राज्यसभा के उप सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है। कृषि बिलों के विरोध में बोलते हुए अहमद पटेल ने आगे कहा, 'राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश को लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करने के बजाए लोकतांत्रिक परंपराओं और प्रक्रियाओं को नुकसान पहुंचाया है। इसलिए हमने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है।'