होटल में छोड़कर चला गया था IPS बेटा, ढाई महीने बाद वापस आया तो बेटे से लिपट रो पड़ी मां
उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक आईपीएस अफसर ने ढाई महीने पहले अपनी मां को शहर के एक होटल में अकेले छोड़कर चला गया था। बेटे द्वारा छोड़कर चले जाने के बाद बेबस मां इतने महीनों से निरश्रित और दिव्यांग लोगों के सेवाधान आश्रम में रह रही थीं। लेकिन जब बुधवार को बुढ़ी मां का आईपीएस बेटा उनको लेने के लिए आश्रम पहुंचा तो उसने गले लिपटकर खूब रोया। इसके बाद मां को वहां से दिल्ली लेकर आ गया।
कौन है वो आईपीएस अफसर?
दरअसल जिस आईपीएस ने अपनी मां को होटल में अकेले छोड़ा था उनका नाम अविनाश जोसी है जो कि दिल्ली निवासी और और 2004 बैच के आईपीएस अफसर हैं। अविनाश दिसंबर 2018 में उज्जैन गए थे और इस दौरान मां तारा को होटल में छोड़कर चले गए थे। लेकिन जाते समय अविनाश ने मां को कोई कारण नहीं बताया था। मां तारा एक महीने तक होटल में रुकी और बेटे लौटने का इंतजार करती रहीं। होटल से जाते वक्त आईपीएस अफसर ने मां को कुछ भी नहीं बताया था।
पैसे खत्म होने के बाद वन स्टाप सेंटर में रखा गया था
एक महीने तक होटल में रुकने के बाद मां के पैसे खत्म हो गए। होटल मालिक ने इस घटना से कलेक्टर को अवगत कराया। इसके बाद एडीएम और महिला सशक्तिकरण अधिकारी ने मां तारा को वन स्टाप सेंटर में स्थानांतरित करा दिया। क्योंकि इस सेंटर में एक लिमिट से ज्यादा समय तक महिला को नहीं रखा जा सकता था, इसलिए उन्हें सेवाधान आश्रम में भेज दिया गया।
अब बेटे के साथ रह रही हैं
महिला के बारे में जानकारी लगने पर आश्रम संचालक सुधीरभाई गोयल और समाजसेवी यशवंत भंडारी ने अविनाश से संपर्क किया। इसके बाद उन लोगों ने उन्हें मां के बारे में अवगत कराया। उन्हें अपने साथ घर रखने के लिए प्रेरित किया। जिसका परिणाम ये निकला कि अविनाश ढाई महीने बाद मां से मिलने के लिए पहुंचे और उनको घर साथ ले गए। फिलहाल मां अपने बेटे के घर में अच्छे से रह रही है। बेटा उनका ध्यान भी रख रहा है।