कैराना 'फतह' के बाद जयंत चौधरी की कांग्रेस को टिप्स, एमपी-राजस्थान में जीत के लिए चलें ये दांव
नई दिल्ली। कैराना में शानदार जीत के बाद राष्ट्रीय लोकदल को जैसे नई संजीवनी मिल गई हो। यही वजह है कि पार्टी के नेता एक बार फिर से नए जोश में नजर आ रहे हैं। कैराना के नतीजों के बाद जिस तरह से जयंत चौधरी ने विपक्षी एकजुटता को आगे बढ़ाने की बात कही, इससे ये साफ हो गया कि आरएलडी आने वाले चुनाव में एक बार फिर से 'महागठबंधन' के साथ आगे बढ़ेगी। इतना ही नहीं जयंत चौधरी ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को शिकस्त देने के लिए कांग्रेस पार्टी को भी खास टिप्स दिए हैं।
गठबंधन को लेकर जयंत चौधरी की बड़ी टिप्पणी
राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी ने कहा कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस प्रमुख विपक्षी पार्टी भी है। बावजूद इसके कोई ऐसी वजह नहीं है कि कांग्रेस पार्टी राजस्थान और मध्य प्रदेश समेत दूसरे राज्यों में क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन नहीं कर सकती। अगर कांग्रेस पार्टी बीजेपी के खिलाफ गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में उतरती है तो इसका फायदा जरूर मिलेगा।
कांग्रेस से की खास अपील
जयंत चौधरी ने आगे कहा कि कांग्रेस अगर चाहे तो कई क्षेत्रीय पार्टियां हैं जो कांग्रेस के साथ गठबंधन करने को तैयार हो सकती हैं, हालांकि इस गठबंधन में उन्हें उचित जगह और सम्मान दिया जाए। जयंत चौधरी ने कहीं न कहीं कैराना और नूरपुर के चुनाव नतीजों को देखते हुए टिप्पणी की है। हालांकि उनकी टिप्पणी का कितना असर होगा ये देखने वाली बात होगी।
एमपी-राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर बोले जयंत चौधरी
बता दें कि कैराना उपचुनाव में रालोद की तबस्सुम हसन ने बीजेपी की मृगांका सिंह को भारी मतों के अंतर से हराया। जीत के बाद जयंत चौधरी ने गठबंधन पर बोलते हुए इस बात का विश्वास दिलाया कि, गठजोड़ पहले भी होते रहे हैं और अभी भी होगा। गठबंधन में लोकदल की हमेशा अच्छी भूमिका रही है। इस बार भी एक मजबूत भूमिका रहेगी। गठबंधन पर जो सवाल उठाए जा रहे थे। उसका जवाब मिल गया है।