India-ChinaTension:चीन के TikTok ऐप पर ही वायरल हो रहे हैं चाइना विरोधी वीडियो
India-ChinaTension:चीन के TikTok ऐप पर ही वायरल हो रहे हैं विरोध के वीडियो, BoycottChineseProducts कर रहा ट्रेंड
बेंगलुरु। भारत और चीन की सीमा पर खूनी हिंसक झड़प में भारतीय जवानों की शहादत के बाद देश भर में गुस्सा और रोष व्याप्त हैं। पूर्वी लद्दाख सीमा पर हमारे 20 जवानों ने देश की रक्षा करते हुए अपनी जान न्यौछावर कर दी। सीमा पर भारत-चाइना विवाद के बढ़ते विवाद के बीच देश में चीनी विरोधी प्रोडक्ट्स और सेवाओं का बहिष्कार अभियान छिड़ गया हैं। एक तरफ जहां चीन में बने स्मार्टफोन से ही चीनी सामान न खरीदने की अपीलें कर रहे हैं। वहीं अब अन्य सोशल नेटवर्क पर चीनी विरोधी भारत में टिकटॉक तक पहुंच गया हैं चाइना के टिकटॉक ऐप पर ही चाइना के विरोध के वीडियो वाररल हो रहे हैं।
TikTok ऐप पर जमकर चाइना विरोधी विडियो बनाकर शेयर कर रहे हैं लोग
आपको बता दें भारत में अत्यधिक पापुलर टिक टॉक चााइना का ऐप हैं। चाइना के ही टिकटॉक प्लेटफार्म पर लोग वीडियो बनाकर हैशटैग बाईकॉट चाइना प्रोडक्ट्स लिख कर शेयर कर रहे हैं। चीन के ही खिलाफ उसके ऐप पर उसको सबक सिखाने के नारे बुलंद होने लगे। लोग उसी के ऐप पर जमकर चाइना विरोधी विडियो बनाकर शेयर कर रहे हैं। इतना ही नहीं हैशटैग जैसे #BoycottChineseProducts को 7.2 मिलियन व्यूज मिले, जबकि #IndiaChinaborder को 9.7 मिलियन व्यूज, #Chinaborder 11.5 मिलियन व्यूज और #Ladakhborder को 133,700 व्यूज मिले हैं। इन हैशटैग के साथ अधिकांश वीडियो ने भारतीय सेना को गौरवान्वित महसूस करते हुए उपयोगकर्ताओं से चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने का आग्रह किया गया हैं।
एक यूजर ने टिक टॉक पर ये वीडियो बनाकर किया शेयर
#BoycottChineseProducts के तहत अपनी बालकनी से चाइनीज कंपनी का टीवी फेंकते हुए दिखाया। चीनी लघु-वीडियो ऐप पर अक्सर चीन विरोधी पोस्ट के मंच को साफ़ करने का आरोप लगाया गया है। विश्लेषकों ने कहा कि अगर भारत-चीन सीमा संघर्ष बढ़ता है, तो लोकप्रिय मोबाइल फोन और चीनी ऐप सहित चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने की संभावना है।
चीन इसलिए चुपचाप सह रहा ये विरोध
स्वतंत्र संचार सलाहकार और पूर्व राष्ट्रीय नेतृत्व, कार्तिक श्रीनिवासन ने कहा, "चीन के मंच पर चीन विरोधी हैशटैग को देखना विडंबना है, लेकिन ऐसा होना तय था। टिकटॉक उन्हें नहीं हटाएगा क्योंकि अगर किसी को पता चला कि वे ऐसा करेंगे, तो यह उनके लिए 100 गुना बुरा होगा।" "चीन-विरोधी टिकटॉक को ट्रेंड करने वाले कई यूजर्स ऐप को अनइंस्टॉल कर सकते हैं। टिकटॉक को अनस्टॉल कर रद्द करके चीन के खिलाफ गुस्सा दिखाना आसान है। हर कोई अपने टीवी को फेंकने का जोखिम नहीं उठा सकता है।"आधिकारिक तौर पर, TikTok वीडियो को केवल तभी लेता है जब वे सामुदायिक दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हैं। हालांकि, यह अपने प्लेटफॉर्म पर चीन विरोधी संदेश वीडियो को लेने के लिए विश्व स्तर पर बहुत पापुलर हो चुका है टिकटॉक, जो उपयोगकर्ताओं को विशेष प्रभावों के साथ लघु वीडियो बनाने की अनुमति देता है, ने भारतीय किशोरों और वयस्कों के बीच लोकप्रियता हासिल की है। पिछले साल, इसने देश में 120 मिलियन यूजर्स होने का दावा किया। हालांकि, इसके चीनी स्वामित्व ने नई दिल्ली में चिंता का कारण बना है।
50 ऐसे चीनी मोबाइल एप्स हैं जिसे जल्द बैन करने की सुरक्षा एजेंसी ने मांग की है
बता दें भारतीय सिक्योरिटी एजेंसियों ने लगभग 50 ऐसे चीनी मोबाइल एप्स (Chinese App) की एक रिपोर्ट तैयार की है, जो देश के लिए खतरा है। एजेंसी ने इन एप्स को जल्द बैन करने की मांग की है। सिक्योरिटी एजेंसी द्वारा जमा की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक देश की सुरक्षा से जुड़ा जरूरी डेटा इन एप्स (Chinese App) के माध्यम से देश के बाहर भेजा जा रहा है। इस लिस्ट में टिकटॉक, हेलो, यूसी ब्राउजर जैसे कई मोबाइल एप्स शामिल है, जो देश का जरूरी डेटा चोरी चुपके देश के बाहर भेज रहे हैं। यह सभी चीनी एप हैं। यह एप्स यूजर्स का डेटा देश के बाहर भेजते हैं। गौरतलब है कि टिकटॉक को लेकर पहले भी देश में विरोध हो चुका है और इसे बैन करने की मांग उठ चुकी है।